स्वास्थ्य विभाग की टेंशन बढ़ी, करनाल के इंद्री क्षेत्र में दो दिन में 170 मरीज कोरोना संक्रमित मिले
करनाल में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है। करनाल के इंद्री क्षेत्र में रोज कोरोना के कई पॉजिटिव केस आ रहे हैं। दो दिन में 170 मरीज कोरोना संक्रमित मिले। एसएमओ संदीप अबरोल खुद कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।
करनाल, जेएनएन। इंद्री क्षेत्र में रोज कोरोना के कई पॉजिटिव केस आ रहे हैं। एसएमओ संदीप अबरोल खुद कोरोना पॉजिटिव हो गए और वह नौ दिन से आइसोलेशन में हैं। वीरवार को भी 30-35 मामले कोरोना पॉजिटिव के आए हैं। इतने ही लोग ठीक होकर आइसोलेशन से बाहर भी आए हैं।
विभाग के अनुसार पिछले दो दिन में करीब 170 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं जबकि आइसोलेशन के रोज 50-60 लोग ठीक भी हो रहे हैं। विभाग के अधिकारी लोगों को नियमों की पालना करने की अपील करने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा जांच करवाने की बात कह रहे हैं।
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एसएमओ संदीप अबरोल ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव के केस इंद्री क्षेत्र में रोज आ रहे हैं। वीरवार को भी 30-35 लोग कोरोना पॉजिटिव आए हैं और करीब इतने ही लोग ठीक होकर आइसोलेशन से बाहर भी आए हैं। पिछले दो दिन में ब्लॉक के अंदर 170 मामले कोरोना पॉजिटिव आए हैं और आइसोलेशन में 50-60 लोग रोज ठीक हो रहे हैं। हमने टेस्ट बढाने के प्रयास किए तो हमारे 40 फीसद लोग पॉजिटिव आ रहे थे। लोगों से अपील है कि ज्यादा से ज्यादा लोग जल्द अपने टेस्ट करवाएं। हल्का बुखार व कुछ अलग लक्ष्ण होने पर चिकित्सक से परामर्श जरूरी है।
संक्रमण के लक्षणों को गंभीरता से लें
कोरोना में पहले ही तरह बुखार आने के अलावा सिर दर्द या दस्त लगना नए लक्षण हैं। पहले इसमें बुखार मुख्य लक्षण था। स्मैल न आना, खांसी-जुखाम होना भी लक्षण हैं। यदि व्यक्ति कोई मरीज पांचवे से सांतवें दिन तक ज्यादा सीरियस हो रहा है। उसका बुखार बढता जा रहा है तो इसका मतलब उसके फेफड़ों में इंफेक्शन फैल सकता है।
वैक्सीनेशन से किया जा सकता है बचाव
एसएमओ संदीप अबरोल के अनुसार यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आ जाता है तो उसको 17 दिन आइसोलेशन में रखने का पीरियड होता है और कोरोना संक्रमित व्यक्ति को घर में भी पहले 10 दिन परिवार के सदस्यों से भी मिलना नहीं है ताकि संक्रमण घर में भी ना फैले और उसके बाद सात दिन तक आइसोलेशन में रखा जाता है। उन्होंने कहा कि जैसे विभाग द्वारा वैक्सीनेशन की जा रही है तो उसमें कई बार लोग ज्यादा आ जाते हैं और कुछ लोग उचित दूरी नहीं बनाकर रखते हैं। यह भी बड़ी समस्या है। इंद्री सीएचसी के अधीन सभी पीएचसी में कोरोना की जांच की जा रही है, यदि इंद्री सेंटर पर रात को भी कोई आ जाता है तो तुरंत उसका एंटीजन टेस्ट जरूर करते हैं। इंद्री सीएचसी के अधीन भादसों, खूखनी, रंबा, ब्याना व इंद्री पीएचसी आती हैं।