Karnal Coronavirus Update News: बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, करनाल में कोरोना वायरस के 257 नए मामले, दो की मौत
करनाल में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है। कोरोना संक्रमित होम क्वारंटाइन मरीजों का हाल जानने को स्वास्थ्य विभाग ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को सौंपी जिम्मेदारी।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। करनाल में कोरोना संक्रमण से हालात लगातार गंभीर बने हुए हैं। सोमवार को 257 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जबकि दो मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतकों में शक्तिपुरम निवासी 61 वर्षीय महिला व जुंडला गेट निवासी 83 वर्षीय बुजुर्ग शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से आशंकित कुल 56371 व्यक्तियों के सैंपल लिए जा चुके हैं। जबकि इनमें 50613 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिले में अब तक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4237 तक पहुंच गई है। 51 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1609 तक पहुंच गई है। 2577 मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए हैं। सोमवार को मिले 257 केसों में से 46 केस एंटीजेन टेस्ट तथा 211 केस आरटीपीसीआर से पाए गए हैं। डीसी ने बताया कि सोमवार को 103 मरीज ठीक होकर अपने घर गए हैं।
आइएमए को मिली कोरोना मरीजों का हाल-चाल जानने की जिम्मेदारी
जो कोरोना संक्रमित होम आइसोलेट किए गए हैं, उनमें से कुछ से दैनिक जागरण ने बातचीत की। आरकेपुरम निवासी कोरोना संक्रमित ने बताया कि उनके पास रूटीन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से हाल-चाल जानने के लिए फोन आते रहते हैं। रोजाना स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली जा रही है। इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि स्वास्थ्य विभाग ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को कोरोना के मरीजों का हाल-चाल जानने की जिम्मेदारी दी है। आइएमए से जुड़े डाक्टर रोजाना फोन पर कोरोना मरीजों से बातचीत करते हैं। उनको स्वास्थ्य के बारे में टिप्स देने के साथ-साथ कोरोना से कैसे लडऩा है, उसके बारे में आवश्यक परामर्श भी दे रहे हैं।
होम आइसोलेट मरीजों ने कैसे दी कोरोना को मात
सेक्टर-33 निवासी 35 वर्षीय युवक कोरोना संक्रमित हुआ था। एक माह तक क्वारंटाइन रहने के बाद सोमवार को मुख्य धारा में आए युवा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें रोजाना फोन जरूर किए हैं, हाल-चाल भी जाना है, लेकिन जो इम्युनिटी बूस्टर किट उपलब्ध कराई जा रही है, वह कई बार कहने के बाद उनके पास पहुंची है। हालांकि अच्छी बात यह रही कि रोजाना उनके स्वास्थ्य की रिपोर्ट ली जा रही थी। नियमित योगासन, अच्छे खान-पान के साथ दृढ़ इच्छा शक्ति के बूते कोरोना को हराया।
सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने कहा कि कोरोना को लेकर कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज एवं अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है। यहां वेंटीलेटर व ऑक्सीजन बैड की सुविधा है। 500 बैड की व्यवस्था है। प्राइवेट अस्पताल में भी इलाज की व्यवस्था की गई है। गाइडलाइन के मुताबिक यहां केवल गंभीर मरीजों को ही दाखिल किया जा सकेगा।