कैथल पटियाला स्टेट हाईवे जाम, विरोध प्रदर्शन कर रहे ट्रक आपरेटर, जानें पूरा मामला
सरकारी जमीन खाली करवाए जाने के विरोध में ट्रक आपरेटरों ने कैथल-पटियाला स्टेट हाईवे किया जाम। कब्जे के दौरान प्रशासन के आदेश से हरे पेड़ काटने के विरोध में हाई कोर्ट जाने की दी चेतावनी। ट्रक आपरेटरों का आज दूसरे दिन भी धरना रहा जारी।
गुहला चीका (कैथल), संवाद सहयोगी। अवैध रूप से पिछले 43 साल से करीब छह एकड़ भूमि पर कब्जा जमाए बैठी ट्रक यूनियन चीका से जमीन खाली करवाए जाने के विरोध में ट्रक आपरेटरों ने चीका में कैथल-पटियाला स्टेट हाईवे के एक तरफ के रास्ते को जाम कर दिया। इसके चलते यातायात व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि स्टेट हाईवे का दूसरा रास्ता आपरेटरों ने खुला रखा, लेकिन एक रास्ते पर ही जब दोनों साइड का ट्रैफिक गुजरने लगा तो आवाजाही ठप हो गई। इसके बाद गुहला प्रशासन तुरंत हरकत में आया और जाम खुलवाने के लिए सरकारी तौर पर प्रयास शुरू हो गए। इस बीच थाना प्रभारी चीका जयवीर शर्मा ट्रक आपरेटरों काे समझाने में कामयाब हो गए और जाम को खुलवा दिया।
ट्रक यूनियन के प्रधान प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रशासन द्वारा बुधवार को जो ट्रक आपरेटरों को उजाड़ने की कार्रवाई की गई है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए उतनी ही कम है। प्रशासन को कब्जा लेने से पूर्व उन्हें नोटिस दिया जाना चाहिए था, लेकिन अधिकारियों ने हलका जजपा विधायक ईश्वर सिंह के दबाव में आकर उनकी एक भी नहीं सुनी और उन्हें उजाड़ कर सड़क पर बिठा दिया। उन्होंने बताया कि वे जल्द ही प्रशासन की इस कार्रवाई के विरुद्ध हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। प्रशासन ने कब्जा लेने के नाम पर जो हरे भरे वृक्ष रौंदे हैं, उनके विरुद्ध भी याचिका दायर करेंगे। जाम के दौरान ही यूनियन की कार्रवाई शुरू की गई, जिसके चलते माल ढुलाई के लिए दूरदराज के क्षेत्रों के लिए नंबर काटे गए। ट्रक आपरेटरों का कहना था कि जब तक उनकी समस्या का कोई ठोस हल नहीं निकलता, तब तक उनकी कार्रवाई यूं ही जारी रहेगी। उन्होंने एसएचओ चीका के कहने पर जाम तो खोल दिया, लेकिन सड़क के एक तरफ टेंट लगाकर धरना दूसरे दिन भी जारी रखा।
स्थानीय नेताओं द्वारा सुधबुध न लेने से फूटा गुस्सा
ट्रक आपरेटरों ने कहा कि स्थानीय विधायक ईश्वर सिंह ने तो करीब 500 परिवारों को उजाड़ने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी, परंतु स्थानीय किसी भी पूर्व विधायक व नेता ने भी उनकी सुधबुध नहीं ली। उन्होंने भाजपा सांसद नायब सिंह सैनी को भी फोन पर सूचित किया, लेकिन उन्होंने भी उनकी समस्या को नजरंदाज कर दिया, जिसके चलते उनमें भारी गुस्सा व्याप्त है।
बस अड्डे की जगह है-ईश्वर सिंह
विधायक ईश्वर सिंह ने इस कार्रवाई पर कहा है कि किसी के परिवार को नहीं उजाड़ा गया है। यह जगह बस अड्डा बनाने के लिए चिन्हित की गई है, जोकि सार्वजनिक कार्य है। बिना किसी भेदभाव के शहर का विकास किया जा रहा है।