भगवान का अभिमान टूट सकता है तो मनुष्य की क्या बात : जयाकिशोरी
घमंड क्रोध कर्म और समय की महत्ता पर प्रकाश डाला। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि इंद्र को अभिमान था कि तीनों लोक में उनसे प्रतापी कोई नहीं है।
जागरण संवाददाता, समालखा :
श्रीश्याम बाबा सेवा मंडल की ओर से अनाज मंडी में आयोजित श्रीमद्भावगत कथा में व्यास जयाकिशोरी ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया। उनकी माखन चोरी, भोग लीला, पूतना व सकटासुर वध का महात्म श्रद्धालुओं को सुनाया। घमंड, क्रोध, कर्म और समय की महत्ता पर प्रकाश डाला। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि इंद्र को अभिमान था कि तीनों लोक में उनसे प्रतापी कोई नहीं है। वे देवताओं के राजा हैं। प्रजा उनकी पूजा से ही शुभ कार्य शुरू करते हैं। कृष्ण ने उनका अभिमान चूर-चूर कर दिया तो मनुष्य की क्या बात की जाए।
उन्होंने कहा कि एक दिन भगवान कृष्ण गोकुल में घूमने गए। उन्होंने देखा की वहां जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं। गोकुल वासियों से पूछा की किस चीज की तैयारी चल रही है तो उन्होंने कहा कि इन्द्र देवता की पूजा होनी है। उनकी पूजा नहीं होगी तो वे बारिश नहीं करेंगे। जीव-जन्तु, पेड़-पौधे सभी का जीवन पानी के बिना मुश्किल हो जाएगा। फसल नहीं होगी। इसपर उन्होंने कहा कि पूजा उनकी करो जो नि:स्वार्थ भाव से तुम्हारी सेवा करता हो। गोवर्द्धन पर्वत हवा को रोककर वर्षा करवाता है। यह बात सुनते ही इन्द्र क्रोध से लाल हो गए। उन्होंने इतनी बारिश कर दी कि लोगों का जीवन दूभर हो गया। कृष्ण ने गोवर्द्धन जी की पूजा की। गोवर्द्धन पर्वत को कनिष्ठ अंगुली पर उठाकर लोगों को बारिश के प्रकोप से बचाया।
समय से बड़ा मूल्यवान कुछ नहीं..
जयाकिशोरी ने कहा कि समय से बड़ा बलवान कोई नहीं होता। मनुष्य जीवन में इसका सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिदगी भर की कमाई से भी समय को खरीदा नहीं जा सकता। जो समय बीत जाता वह वापस भी नहीं आता। कर्म का जीवन में विशेष महत्व है। इसका फल जरूर मिलता है। सारा ध्यान धन पर केंद्रित मत करो। जीवन को भगवान और मानव की सेवा में लगाओ, जिससे मुक्ति मिलेगी। आज कंस वध और रुक्मिणी विवाह की कथा होगी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रधान सत्यवीर गुप्ता, सचिव प्रदीप बंसल, नंदकिशोर सिघल, कृष्ण बंसल, अमित गर्ग, नवीन बंसल, विपिन गोयल, पवन गुप्ता, राकेश बंसल, सुमित व आशीष मित्तल, पंकज गोयल, सोनी, विनोद बंसल, मनीष मंगला, पुजारी महेंद्र आदि मौजूद रहे।