जनसेवा दल बचेगा, सैनिक कैंटीन पर संकट
सिविल अस्पताल में करीब 35-36 वर्षो से मरीजों की सेवा कर रहे जन सेवादल को हटाया नहीं जाएगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत
सिविल अस्पताल में करीब 35-36 वर्षो से मरीजों की सेवा कर रहे जन सेवा दल को उसके नेक कार्यो का फल मिल सकता है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने दल के कार्यालय को नहीं हटाने का मन बना लिया है। इधर, सैनिक कैंटीन के बने रहने पर अभी भी संकट है।
दरअसल, जन सेवा दल कार्यालय और सैनिक कैंटीन अनेक वर्षो से सिविल अस्पताल परिसर में बने हुए हैं। जीटी रोड से अस्पताल की नई बिल्डिंग तक बनने वाले टू-वे मार्ग में दोनों बाधा बने तो स्वास्थ्य विभाग ने दोनों को शिफ्ट होने का फरमान सुनाकर, करीब छह माह पहले नोटिस थमा दिए। मौजूदा सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने भी नोटिस व रिमाइंडर जारी किया। जन सेवा दल ने कार्यालय की बाउंड्री कम कर ली और सैनिक कैंटीन चंद कदम दूर खिसक गई लेकिन परिसर से हटे नहीं। जन सेवा दल की मरीजों के प्रति सहानुभूति, सेवा, मरीजों को भोजन-नाश्ता वितरण, जरूरतमंद को कम खर्च पर एंबुलेंस मुहैया कराने जैसे अनेक कार्य उसकी ताकत बने हुए हैं। भाजपा के कुछ बडे़ नेताओं व डिप्टी सीएमओ स्तर के एक-दो चिकित्सक भी नहीं चाहते कि जल सेवा दल के कार्यालय को उजाड़ा जाए।
सिविल सर्जन ने भी प्रकरण को जिला उपायुक्त डॉ. चंद्रशेखर खरे के निर्णय पर छोड़ दिया था। इस सबंध में डीसी ने कहा कि मरीजों की सेवा में दिन-रात एक करने वाले संगठन तो हमें चाहिए। ऐसे में जन सेवा दल को उजाड़ना उचित नहीं होगा। सैनिक कैंटीन को जल्द ही हटवाया जाएगा।