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ऑनलाइन परीक्षा में इंटरनेट की धीमी रफ्तार रोड़ा

फोटो नंबर 01 जागरण संवाददाता पानीपत बीए व एमए के परीक्षार्थी ऑनलाइन परीक्षा दे रहे ह

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 05:40 PM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 05:40 PM (IST)
ऑनलाइन परीक्षा में इंटरनेट की धीमी रफ्तार रोड़ा
ऑनलाइन परीक्षा में इंटरनेट की धीमी रफ्तार रोड़ा

फोटो नंबर : 01

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जागरण संवाददाता, पानीपत : बीए व एमए के परीक्षार्थी ऑनलाइन परीक्षा दे रहे हैं। सरकारी सहायता प्राप्त व सेक्टर 18 राजकीय कालेज के 1258 विद्यार्थी शनिवार को दोनों सत्रों की परीक्षा में शामिल हुए। इंटरनेट की रफ्तार धीमी होने से शुरू में थोड़ी परेशानी आई।

सेक्टर 18 स्थित राजकीय कालेज में सुबह 10 बजे से परीक्षा शुरू हुई। प्रथम सत्र में एमकॉम, बीए इकोनॉमिक्स व बीएससी केमेस्ट्री की परीक्षा हुई। 120 विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए। दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक बीए रि-अपियर ज्योग्राफी व एमकॉम के बीस छात्रों ने परीक्षा दी। प्राचार्य संजू अब्रोल ने बताया कि परीक्षा संचालन में किसी तरह की परेशानी नहीं आई।

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601 विद्यार्थी हुए शामिल

आर्य कालेज में प्रथम सत्र में छह सौ विद्यार्थी ऑनलाइन परीक्षा में बैठे। द्वितीय सत्र में बीए का एक विद्यार्थी ऑफलाइन परीक्षा में शामिल हुआ। प्राचार्य डा. जगदीश गुप्ता ने बताया कि परीक्षा निर्धारित शेड्यूल से हो रही है।

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305 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा

एसडी कालेज में प्रथम सत्र में 304 विद्यार्थियों ने ऑनलाइन परीक्षा दी। द्वितीय सत्र में एक विद्यार्थी ऑफलाइन परीक्षा में शामिल हुआ। प्राचार्य डा. अनुपम अरोड़ा ने बताया कि ऑनलाइन सिस्टम में परीक्षार्थी उत्साह से परीक्षा दे रहे हैं।

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ऑनलाइन में 212 विद्यार्थी

आइबी कालेज के प्राचार्य डा. अजय गर्ग ने बताया कि ऑनलाइन परीक्षा में 212 विद्यार्थी शामिल हुए। सुबह के सत्र में 210 विद्यार्थियों ने पेपर दिया। परीक्षा संचालन में कोई परेशानी नहीं आ रही है।

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ई मेल की छंटाई में परेशानी

विश्वविद्यालय व उच्चतर शिक्षा निदेशालय के अनुरूप कालेजों में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जा रही है। परीक्षा के संचालन में सबसे बड़ी समस्या ई मेल को चेक करने की है। परीक्षा पेपर देने के बाद ई मेल से दो-तीन दिन बार फाइल भेज देते हैं। किसी कालेज में 500 बच्चे अपियर हो रहे हैं तो उनके पास 1500 ई मेल पहुंच जाता है। अब इस मेल को विषयवार छांट कर संबंधित विषय के प्राध्यापक तक भेजने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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ई मेल की कैपेसिटी कम

कालेजों में ई मेल की कैपेसिटी कम है। अधिक मेल आ जाने पर रिसीव न होने की समस्या बनी रहती है। विद्यार्थियों को इसका नुकसान हो सकता है।


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