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इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने कहा, बरोदा उपचुनाव का परिणाम सत्‍ताधारी के खिलाफ होगा

इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्‍यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला यमुनानगर पहुंचे। यहां उन्‍होंने कहा बरोदा उपचुनाव में इनेलो प्रत्याशी सबसे ज्यादा मजबूत स्थिति में है। चुनाव के परिणाम सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ होगा। इसके बाद विभिन्न दलों में भगदड़ मचेगी। जिससे मध्यवर्ती चुनाव होंगे।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 05:58 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 05:58 PM (IST)
इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने कहा, बरोदा उपचुनाव का परिणाम सत्‍ताधारी के खिलाफ होगा
इनेलो सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला।

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। इनेलो सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने विधायक घनश्याम के निवास पर उनके भाई राधेश्याम की  मृत्यु पर शोक  जताया। इसके बाद उन्होंने इनेलो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अश्वनी दत्ता के निवास पर प्रेसवार्ता में बरोदा चुनाव में इनेलो प्रत्याशी की जीत का दावा किया। पूर्व सीएम कलानौर गांव पहुंचकर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खिलाराम नरवाल के भाई के निधन पर भी शोक जताया। रास्ते में रूककर कार्यकर्ताओं का हालचाल भी जाना और उनमें पार्टी की  नीतियों के प्रति जोश भी भरा। 

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रिजल्ट के बाद मध्यवर्ती चुनाव होंगे

उन्होंने कहा कि बरोदा उपचुनाव में इनेलो प्रत्याशी सबसे ज्यादा मजबूत स्थिति में है। चुनाव के परिणाम सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ होगा। इसके बाद विभिन्न दलों में भगदड़ मचेगी। जिससे मध्यवर्ती चुनाव होंगे। 

गठबंधन की सरकार हर मुद्दे पर फेल साबित हो रही है। आम व्यक्ति की कहीं भी सुनवाई नहीं है। हक  के आवाज उठाने वालों की आवाज को दबाया जा रहा है। जनता पूरी तरह से इस सरकार से तरसत हो चुकी है। सरकार से तंग आई जनता बदलाव चाहती है। कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है। रोजगार के लिए युवा भटक रहा हैं। वर्तमान परिस्थितियों के कारण प्रदेशवासी इनेलो शासन काल को अच्छा कह रहे हैं। प्रदेश के हर जिले में कहीं किसान तो कहीं कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। 

अपने ही पैसे के लिए किसान परेशान

पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश की मंडियों की व्यवस्था बिगड़ी हुई है। धान का उठान नहीं हो रहा है। फड पर धान डालने की जगह मंडियों में नहीं मिल रही।  जिन किसानों की फसल बिक गई। उनको पेमेंट नहीं मिल रहा है।  त्योहार का सीजन आ गया है। पेमेंट न मिलने से किसान त्योहार कैसे मनाएंगे। इसकी ङ्क्षचता सरकार को कतई भी नहीं है। किसान पर पैसा आने पर ही बाजार की हालत में सुधार होगी। व्यापारी वर्ग भी इस शासन में बेहाल है। उनको भी राहत देने के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहे हैं।  मौके पर पूर्व विधायक दिलबाग ङ्क्षसह, जाहिद खान सहित अन्य कार्यकर्ता थे। 


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