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Vishal Jude of Karnal: आस्ट्रेलिया में विशाल जूड के मददगार को बनाया गया निशाना, कार्यालय में की गई तोड़फोड़

विशाल के साथ भी ऐसी कोई वारदात न कर दें उन्हें पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। नाथी राम का कहना है कि उनके बेटे ने वहां अपनी जान की परवाह किए बैगर देश के सम्मान तिरंगे का अपमान नहीं होने दिया और उन्हें उस पर गर्व है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 06:41 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 06:41 PM (IST)
खालिस्तानियों ने विशाल जूड़ की रिहाई को लेकर मददगार रहे योगेश खट्टर को निशाना बना लिया।

जागरण संवाददाता, करनाल। आस्ट्रेलिया की जेल से शुक्रवार को विशाल जूड रिहा हो गया, लेकिन इससे वहां खालिस्तानी भड़क उठे और विरोध पर उतर आए। उन्होंने अब विशाल जूड़ की रिहाई को लेकर मददगार रहे योगेश खट्टर को निशाना बना लिया। उसके कार्यालय पर जाकर तोड़फोड़ की तो उन्हें धमकी भी दी है। हालांकि इस मामले की अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन खालिस्तानियों द्वारा किए गए इस हमले की सूचना विशाल जूड़ के स्वजनों तक भी पहुंची है।

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विशाल को छुड़ाने में मददगार रहे योगेश खट्टर पर हमला

उनके पिता नाथी राम का कहना है कि दोपहर करीब 12 बजे विशाल रिहा हुआ, जिसके बाद उसने उनके साथ बातचीत की। इससे विशाल बेहद खुश था तो उनके परिवार में भी खुशी की लहर दौड़ गई थी। वे उसकी रविवार को यहां आने की तैयारी में जुटे थे कि शाम को उनके पास अचानक विशाल के एक दोस्त ने काल कर बताया कि खालिस्तानियों ने अब विशाल को छुड़ाने में मददगार रहे योगेश खट्टर पर हमला कर दिया है। उसके कार्यालय पर जमकर तोड़फोड़ की गई है। उसे भी विशाल की तरह किसी मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।

पुलिस ने विशाल जूड को रखा सुरक्षित जगह पर

विशाल के साथ भी ऐसी कोई वारदात न कर दें, उन्हें पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। नाथी राम का कहना है कि उनके बेटे ने वहां अपनी जान की परवाह किए बैगर देश के सम्मान तिरंगे का अपमान नहीं होने दिया और उन्हें उस पर गर्व है। उसे झूठे मामलों में फंसाया गया था। विशाल की रिहाई वहां खालिस्तानी सहन नहीं कर पा रहे हैं। उधर विशाल के मददगार पर हमले का मामला इंटरनेट पर भी सुर्खियों में हैं।

समर्थन में सड़कों पर उतर आए थे देश भर के लोग

आस्ट्रेलिया में कथित तौर पर 16 सितंबर 2020 और 14 फरवरी 2021 के बीच हुए झगड़ों के चलते वहां की अदालत द्वारा जेल भेजे गए विशाल जूड़ की रिहाई को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा किए गए प्रयास फलीभूत हुए हैं। मामले को लेकर 23 जून को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलकर रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की थी। विदेश मंत्रालय ने जल्द रिहाई का भरोसा दिलाया था। 10 जुलाई को मुख्यमंत्री ने विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी व सांस्कृतिक मंत्रालय को विशाल जूड की रिहाई के लिए पत्र भी लिखा था। सांसद संजय भाटिया ने भी व्यक्तिगत स्तर पर भरसक प्रयास किए थे। 


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