जर्मनी में पानीपत की धाक, होम टेक्सटाइल में अमेरिका और चीन को इस तरह पछाड़ा
जर्मनी में विश्व का सबसे बड़ा होम टेक्सटाइल फेयर लगा है। वहां से पानीपत के निर्यातकों को अच्छे ऑर्डर मिल रहे हैं। ये फायदा अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार की वजह से मिल रहा है।
पानीपत [महावीर गोयल]। जीएसटी बिल में फर्जीवाड़े के कलंक के बाद पानीपत के निर्यातकों के लिए ये राहत भरी खबर है। ये खबर जर्मनी में लगे होम टेक्सटाइल फेयर से संबंधित है। पानीपत के होम टेक्सटाइल विदेशियों को खूब रास आ रहे हैं। इस वजह से इसकी डिमांड भी हो रही है। विस्तृत खबर के लिए पढ़े ये रिपोर्ट।
जर्मनी में 8 जनवरी से शुरू हुए विश्व के सबसे बड़े होम टेक्सटाइल फेयर में पानीपत के निर्यातकों को अच्छे ऑर्डर मिल रहे हैं। पानीपत से 125 निर्यातक भाग ले रहे हैं। भदोई, बनारस और जयपुर से करीब 1000 निर्यातक फेयर में भागीदारी कर रहे हैं। अमेरिका-चीन ट्रेड वार के कारण चीन की तुलना में भारतीय उत्पादों को तवज्जो मिल रही है। निर्यातकों को ज्यादा ऑर्डर मिल रहे हैं।
अमेरिका ले रहा रुचि
अमेरिका पहले कॉटन के बने भारतीय माल को पसंद करता था। पॉलिस्टर का बना हुआ माल चीन का पसंद किया जाता था। इस बार पॉलिस्टर के बने भारतीय उत्पाद में अमेरिका रुचि ले रहा है। पानीपत के निर्यातकों ने बाथ मेट, दरी, कारपेट, डिजिटल प्रिंट की दरियां, कुशन, माइक्रो बाथ मैट प्रदर्शनी में शामिल किए हैं। ट्रेड फेयर में भारत के अलावा पाकिस्तान, चीन, वियतनाम, यूरोप के व्यापारी आ रहे हैं। यूरोप, अमेरिका, साउथ अमेरिका के आयातक भी ट्रेड फेयर में अधिक आ रहे हैं।
पानीपत के हैंडमेड आइटम छाए
पानीपत के हैंडलूम आइटमों सहित डिजिटल प्रिंट की दरियां अधिक पसंद की जा रही हैं। पानीपत से ट्रेड फेयर में हिस्सा ले रहे निर्यातक रमन छाबड़ा ने बताया कि अमेरिका की इकोनॉमी प्रगति कर रही है। चीन से उनका ट्रेड वार चल रहा है।
पॉलिस्टर से बने आइटमों की डिमांड
निर्यातकों की मानें तो अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड को देखते हुए हमें ज्यादा ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। इस बार पॉलिस्टर से बने आइटमों के ऑर्डर भी हमें ज्यादा मिल रहे हैं। पानीपत से प्रमुख रूप से मित्तल इंटरनेशनल, यूनाइटेड ओवरसीज, पीयरलेस इंटरनेशनल डायमंड एक्सपोर्ट सहित 125 निर्यातक भाग ले रहे हैं।