आयकर विभाग ने शुरू की फेस लैस एसेसमेंट
जागरण संवाददाता पानीपत आयकर विभाग ने स्क्रूटनी केसों में फेस लैस एसेसमेंट शुरू कर दी ह
जागरण संवाददाता, पानीपत : आयकर विभाग ने स्क्रूटनी केसों में फेस लैस एसेसमेंट शुरू कर दी है। इस सिस्टम में निर्धारिती को रिजनल सेंटर से नोटिस भेजा जाएगा। निर्धारिती एवं निर्धारण अधिकारी के मध्य किसी प्रकार व्यक्तिगत मिलन नहीं होगा।
इस नए सिस्टम से वेबिनार के माध्यम से कराधान वकील, सीए, आयकर दाताओं को अवगत करवाया गया है। प्रधान आयकर आयुक्त करनाल अनुराधा मुखर्जी एवं संयुक्त आयकर आयुक्त पानीपत अनीता मीना ने वेबिनार में विस्तार से जानकारी दी। वेबीनार के माध्यम से प्रधानमंत्री द्वारा लागू किए गए नागरिक चार्टर की जानकारी भी दी गई।
अब आयकर अधिकारी सभी आयकरदाताओं के साथ निष्पक्ष, विनम्र, और उचित व्यवहार करेंगे। सभी आयकर दाताओं को ईमानदार माना जाएगा। आयकर दाताओं को ईमानदारी से अपने टैक्स जमा करवाने के लिए भी कहा गया।
नई प्रणाली के क्या पड़ेंगे असर
-अब आयकर अधिकारी व करदाता का आमना सामना नहीं होगा। ऑनलाइन एसेसमेंट हो सकेगी।
-अधिकारी को करदाता का पता नहीं होगा। करदाता रिश्वत नहीं दे पाएगा।
-स्क्रूटनी (विशेष जांच) के केस ऑन लाइन लगेंगे।
-ज्वाइंट कमिश्नर स्तर पर सर्वे करने का फैसला नहीं लिया जा सकेगा।
-र्भ्षटाचार पर अंकुश लगने के साथ -साथ टैक्स अधिक जमा होगा।
-जीएसटी से जोड़ने के कारण टैक्स अधिक मिल पाएगा।
-करदाता की ह्रासमेंट नहीं हो सकेगी।
-------------
आज से स्र्क्टूनी केसों की फेसलैस एसेसमेंट विभाग ने शुरु कर दी है। प्रधानमंत्री ने 13 अगस्त को इसकी घोषणा की थी। नए सिस्टम मे आयकर अधिकारी से करदाता को नहीं मिलना पड़ेगा।
अनीता मीणा, ज्वाइंट कमिश्नर
आयकर विभाग, पानीपत।