कार्यशाला में किसानों को बासमती धान में होने वाली कृषि क्रियाओं से कराया अवगत
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से सुरक्षित एवं न्याय संगत कीटनाशी के उपयोग तथा कृषि में उन्नत प्रणाली अपनाने बारे एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. वीरेन्द्र देव आर्य ने की। कार्यशाला में जिले भर से करीब 250 किसानों ने भाग लिया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से सुरक्षित एवं न्याय संगत कीटनाशी के उपयोग तथा कृषि में उन्नत प्रणाली अपनाने बारे एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. वीरेन्द्र देव आर्य ने की। कार्यशाला में जिले भर से करीब 250 किसानों ने भाग लिया।
मुख्यातिथि प्रमुख वैज्ञानिक बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान मोदी पुरम डा. रितेश शर्मा ने रहे। उन्होंने किसानों को बासमती धान में होने वाली सभी कृषि क्रियाओं से अवगत कराते हुए खेत में बीज बनाने के तरीके पर जोर दिया। शर्मा ने किसानों के साथ विभाग के अधिकारियों को भी बासमती धान में कीटनाशी के प्रयोग की विधि समझाते हुए बताया कि कैसे हम अपनी फसल उत्पाद को निर्यात हेतु उत्तम गुणवत्ता से भरपूर कर सकते हैं।
कृषि उपनिदेशक डा. वीरेन्द्र देव आर्य ने किसानों को कृषि विभाग में वर्तमान में चल रही सभी गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी देने के साथ कृषि वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाने का आह्वान किया ताकि खेत में उत्पाद को बढ़ाया जा सके। एसडीओ डा. अनिल नरवाल ने किसानों को बताया कि किस प्रकार संतुलित एवं सुरक्षित कृषि आदानों को खेती में अपना उनसे लाभ प्राप्त करें।
कृषि विज्ञान केन्द्र ऊझा के वरिष्ठ वैज्ञानित डा. राजबीर गर्ग ने उन्नत प्रणाली से अवगत करवाते हुए अगले मौसम व वर्तमान मौसम के हिसाब से कृषि क्रियाएं अपनाने की सलाह दी। जेई संदीप व डा. अनिल गुलिया गन्ना विशेषज्ञ एवं कृषि अभियंता ने अपनी शाखा से संबंधित विस्तृत जानकरी देते हुए कृषि विशेषज्ञ की सलाह अनुसार ही रसायनों का खेती में उपयोग करने का आह्वान किया। इस मौके पर डा. जयभगवान गहलावत, डा. सतेन्द्र मलिक, डा. सतबीर सांगवान, डा. बलजीत, डा. राकेश आदि मौजूद रहे।