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भाकियू जिला प्रधान चुनाव में हंगामे के आसार, 31 गांवों की पंचायत ने मांगी फोर्स

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिला प्रधान पद का चुनाव 21 जुलाई को होना है। सात को महापंचायत में हुए हंगामे को देखते हुए इस बार भी कुछ ऐसा ही होने के आसार हैं। इसे देखते हुए इसराना ब्लॉक की 31 गांवों की पंचायत ने प्रशासनिक अधिकारियों ने ज्ञापन सौंपकर फोर्स की मांग की।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 07:02 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jul 2019 07:02 AM (IST)
भाकियू जिला प्रधान चुनाव में हंगामे के आसार, 31 गांवों की पंचायत ने मांगी फोर्स
भाकियू जिला प्रधान चुनाव में हंगामे के आसार, 31 गांवों की पंचायत ने मांगी फोर्स

जागरण संवाददाता, पानीपत : भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिला प्रधान पद का चुनाव 21 जुलाई को होना है। सात को महापंचायत में हुए हंगामे को देखते हुए इस बार भी कुछ ऐसा ही होने के आसार हैं। इसे देखते हुए इसराना ब्लॉक की 31 गांवों की पंचायत ने प्रशासनिक अधिकारियों ने ज्ञापन सौंपकर फोर्स की मांग की।

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बृहस्पतिवार को पंचायत लघु सचिवालय पहुंची। डीसी, एसपी, डीएसपी, एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बाद जब सदस्य बाहर निकलने लगते तो परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार मिल गए। उनकी बात सुनने के बाद उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से फोर्स भेजने के लिए कहेंगे।

पंचायत के साथ पहुंचे धर्मपाल जागलान ने बताया कि 7 जुलाई को चुनाव के लिए बुलाई गई महापंचायत के दौरान कुछ बाहरी उपद्रवियों ने हंगामा किया। टेंट फाड़कर पंचायत को किसान भवन से जाने के लिए मजबूर कर दिया। बाद में कुछ लोगों ने आपसी सहमति से ही शाहपुर गांव के एडवोकेट रोहित कुंडू को जिला प्रधान घोषित कर दिया।

महापंचायत में नहीं पहुंचे थे कुछ गांवों के किसान

उन्होंने बताया कि किसान सभा इसराना ने महापंचायत में कुछ गांवों के किसानों की गैरमौजूदगी होने के कारण 21 जुलाई को दोबारा चुनाव आयोजन का निर्णय लिया था। इस बार चुनाव के दौरान हालात खराब ना हों, इसलिए ही प्रशासनिक अधिकारियों से फोर्स भेजकर सहयोग की अपील की गई है। इस मौके पर प्रेम कुंडू, आनंद जागलान, जयकर्ण कादियान, ईश्वर फौजी, जोगेंद्र डिडवाडी, अमिर सिंह कुंडू, कुलदीप बलाना, हवासिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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रोहित कुंडू को नहीं चुनाव लड़ने का अधिकार

उम्मीदवार राजसिंह आर्य ने बताया कि 21 जुलाई को चुनाव के सफल आयोजन के बाद प्रधान सुरेश दहिया नवनियुक्त प्रधान को कार्यभार सौंपेंगे। इसका चयन सर्वसम्मति से किया जाएगा। इनेलो पार्टी में महासचिव के पद से कुछ दिन पहले ही इस्तीफा देने वाले रोहित कुंडू को चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है। फिर भी पंचायत का फैसला सर्वमान्य रहेगा।

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बदमाशी के दम पर किया किसान भवन पर कब्जे का प्रयास

उम्मीदवार सुधीर जाखड़ ने बताया कि रोहित कुंडू ने खुद को प्रधान बनाकर किसान भवन में नारेबाजी कराई, लेकिन लोग शांत रहे। जब उन्होंने जूते पहनकर सर छोटूाम की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का प्रयास किया तो किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने बदमाशी के बल पर किसान भवन कब्जाने का प्रयास किया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कैसे कहूं कि नहीं हूं प्रधान, मैं आज भी चौबीसी के फैसले पर कायम

एडवोकेट रोहित कुंडू ने बताया कि वे आज भी चौबीसी के फैसले पर कायम हैं। उन्होंने मुझे चुना था। उनके लिए वे आज भी प्रधान ही हैं। चौबीसी प्रधान महासिंह जो फैसला लेंगे, वह मंजूर होगा। फैसला नहीं मानने पर चौबीसी की ओर से चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। वहीं महासिंह ने कहा कि फैसले में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।


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