कंडक्टर कुलदीप से मारपीट के विरोध में कर्मचारियों ने दो घंटे बंद रखा वर्कशॉप गेट
रोडवेज डिपो में कंडक्टर कुलदीप से मारपीट के विरोध में मंगलवार को कर्मचारियों ने वर्कशॉप का गेट दो घंटे बंद रख प्रदर्शन किया। वर्कशॉप में बसों का परिचालन बंद रहा। मामले के तूल पकड़ते देख जीएम विवेक चौधरी ने ड्यूटी इंस्पेक्टर कपूरचंद और ड्यूटी क्लर्क बलजीत से कार्यभार छीन लिया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : रोडवेज डिपो में कंडक्टर कुलदीप से मारपीट के विरोध में मंगलवार को कर्मचारियों ने वर्कशॉप का गेट दो घंटे बंद रख प्रदर्शन किया। वर्कशॉप में बसों का परिचालन बंद रहा। मामले के तूल पकड़ते देख जीएम विवेक चौधरी ने ड्यूटी इंस्पेक्टर कपूरचंद और ड्यूटी क्लर्क बलजीत से कार्यभार छीन लिया। ट्रैफिक मैनेजर कर्मबीर ने सुखबीर को डीआइ और सतीश को असिस्टेंट का कार्यभार दे दिया। कर्मचारी नेताओं ने इसका भी विरोध किया। इसके बाद दलबीर दहिया को डीआइ का कार्यभार सौंपा गया।
सफीदों के गांगोली कंडक्टर कुलदीप ने सोमवार देर शाम को डीआइ कपूरचंद, ड्यूटी क्लर्क बलजीत और कुरुक्षेत्र डिपो के स्टैंड इंचार्ज रामनिवास पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। रेस्ट देने के बजाय उसे मानसिक रूप से परेशान करने और पैसे मांगने की बात कही। वहीं दूसरे पक्ष ने भी कंडक्टर कुलदीप से गाली-गलौज कर मारपीट करने की शिकायत बस स्टैंड चौकी पुलिस को दी थी। करीब 50 ड्राइवर और कंडक्टर सुबह 9 बजे वर्कशॉप गेट पर धरने पर बैठ गए। डिपो प्रधान रणबीर शर्मा, सुल्तान मलिक, रिकू राजा और राज्य सचिव राजपाल ने दोनों पक्षों को आपसी सहमति बनाकर शिकायत वापस लेने की अपील की। रजिस्टर में सिर्फ कुलदीप छह दिन ड्यूटी पर
पूर्व डीआइ कपूरचंद को कार्रवाई का पता चला तो उन्होंने टीएम कर्मबीर को कर्मचारियों का हाजिरी रजिस्टर दिखाया। कंडक्टर कुलदीप इस महीने सिर्फ छह दिन और सितंबर में 10 दिन ड्यूटी पर मिला। कार्यालय में मौजूद चालक-परिचालकों ने रेस्ट, कैजुअल लीव और इमरजेंसी लीव को अधिकार बताया। वर्जन :
डीआइ का कार्यभार बदल दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कर्मबीर, ट्रैफिक मैनेजर, पानीपत डिपो।