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सिविल अस्पताल की स्थायी नर्सों ने काला बैज लगाकर किया काम

नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के आह्वान पर सिविल अस्पताल की स्थायी नर्सों ने मंगलवार को काला बैज लगाकर काम किया। 4600 पे ग्रेड के स्लैब को संशोधित करने और पदनाम बदलने की मांग कर रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Jul 2019 10:41 AM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 06:38 AM (IST)
सिविल अस्पताल की स्थायी नर्सों ने काला बैज लगाकर किया काम
सिविल अस्पताल की स्थायी नर्सों ने काला बैज लगाकर किया काम

जागरण संवाददाता, पानीपत : नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन, हरियाणा के आह्वान पर सिविल अस्पताल की स्थायी नर्सों ने मंगलवार को काला बैज लगाकर काम किया। 4600 पे ग्रेड के स्लैब को संशोधित करने और पदनाम बदलने की मांग कर रही हैं। अब नर्सेज चार अगस्त को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास का घेराव करेंगी।

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गौरतलब है कि 23 जुलाई को एसोसिएशन की राज्य प्रधान सुनीता सिविल अस्पताल पहुंची थी और नर्सों की बैठक ली थी। उन्होंने कहा था कि बार-बार मांग के बावजूद सरकार ने अभी तक 4600 पे ग्रेड के स्लैब को संशोधित नहीं किया है।।स्टाफ नर्स का पदनाम नर्सिंग ऑफिसर और नर्सिंग सिस्टर का सीनियर नर्सिंग ऑफिसर नहीं किया गया है। मेटरन को नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या के समान दर्जा मिलना चाहिए। इन्हीं मांगों को लेकर आंदोलन की रणनीति बनी थी। अस्पताल की नर्सों ने बताया कि मांग नहीं मानी गई तो चार अगस्त को मुख्यमंत्री के आवास का घेराव, आठ-नौ अगस्त को वर्क सस्पैंड रहेगा। इसके बाद भी सरकार की नींद नहीं टूटी तो 13 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। मांगों को लेकर सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कादियान को ज्ञापन भी दिया गया। मलेरिया तकनीशियन भी आंदोलन के मूड में

हरियाणा स्टेट लैब तकनीशियन्स (एम) वेलफेयर एसोसिएशन के जुड़े तकनीनिशियंस भी अब आंदोलन के मूड में हैं। डीजी हेल्थ को पंचकूला में सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि अन्य विभागों के तकनीनिशियन को 4200 और स्वास्थ्य विभाग में 2100 का ग्रेड दिया जा रहा है। इसमें संशोधन भी हुआ था लेकिन लंबित है। जिला पानीपत प्रधान नरेश जागलान ने कहा कि सरकार को छह अगस्त तक का समय दिया गया है। मांग पूरी नहीं हुई तो सात अगस्त से कामकाज बंद कर देंगे, इसमें मलेरिया-डेंगू की जांच भी शामिल है।


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