Move to Jagran APP

मन को संभालें सब संभल जाएगा : साक्षी गोपालदास

पांच कर्मेंद्रियां पांच ज्ञानेंद्रियां और अहंकार ये 11 प्रवृत्तियां हमारे मन को अज्ञानता से ढंक देती हैं। मन संभलने से मनुष्य अपने आप संभल जाएगा। हमें चलते-फिरते उठते-बैठते प्रभु स्मरण करते रहना चाहिए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 01:56 AM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 06:32 AM (IST)
मन को संभालें सब संभल जाएगा : साक्षी गोपालदास
मन को संभालें सब संभल जाएगा : साक्षी गोपालदास

जागरण संवाददाता, पानीपत : पांच कर्मेंद्रियां, पांच ज्ञानेंद्रियां और अहंकार ये 11 प्रवृत्तियां हमारे मन को अज्ञानता से ढंक देती हैं। मन संभलने से मनुष्य अपने आप संभल जाएगा। हमें चलते-फिरते, उठते-बैठते प्रभु स्मरण करते रहना चाहिए। भगवान का नाम ही दुनिया का सर्वोत्तम धन है। ये बातें सेक्टर 12 के सामुदायिक केंद्र में भागवत कथा सुनाते हुए इस्कॉन समिति कुरुक्षेत्र के अध्यक्ष साक्षी गोपालदास महाराज ने कही।

loksabha election banner

उन्होंने महाराज जड़ भरत और राजा परीक्षित भेंट के वृत्तांत का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान जड़ भरत के असल रूप के दर्शन के बाद राजा परीक्षित उनके समक्ष समर्पित हो गए। उन्होंने कहा कि हे देवात्मा इस राजा के शरीर में प्रवेश करके मैं अहंकार के वश में आ गया था। लेकिन आपके सानिध्य में आकर मैं पवित्र हो गया। मुझे ऐसे सुख की अनुभूति हुई है, जैसे भीषण गर्मी से पीड़ित एक जीवात्मा को शीतल जल में प्रवेश करने के बाद अनुभव होता है। आपके वचनों को सुनकर मेरा अज्ञान नष्ट हो गया। उन्होंने श्रद्धालुओं को महाराज परिक्षित की तरह अपने धन, पद और गरिमा का अहंकार भुलाकर प्रभु भक्ति में लीन होने की बात कही। कार्यक्रम में सोनू गर्ग, प्रदीप बंसल, नीरज अग्रवाल, राकेश मंगला, आशु गुप्ता आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.