आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में रिसर्च की अपार संभावनाएं : डॉ. शक्ति
डॉ. शक्ति कुमार ने बताया कि कॉलेज के कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिकल और आइटी विभाग के 30 शिक्षकों का एक मशीन इंटेलिजेंस ग्रुप तैयार किया गया है जिन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निग के रिसर्च योग्य विधाओं का चयन करना है।
जागरण संवाददाता, समालखा : पाइट कॉलेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निग विषय पर चल रहे साप्ताहिक सेमिनार का शनिवार को समापन हो गया। इंटेलिजेंस के विशेषज्ञों ने एक-दूसरे से विचार साझा किए। बीओजी राकेश तायल, डायरेक्टर शक्ति कुमार, डॉ. रत्नेश चंद्रा शर्मा, डॉ. एससी गुप्ता, डॉ. अंजू गांधी और डॉ. अमर सिंह ने बाहर से आने वाले शिक्षाविदें को पौधा देकर सम्मानित किया।
राकेश तायल ने बताया कि पाइट संस्थान एजु 4.0 स्तर की शिक्षा पर काम कर रहा है। क्योंकि विकसित देशों में स्कूली स्तर से ही मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसे विषयों की शिक्षा शुरू हो गई है। यदि हम पहले से इसके लिए तैयार नहीं रहेंगे तो आगामी पीढ़ी को बहुत दिक्कत होगी। तकनीकी स्पर्धा में वे पिछड़ जाएंगे।
डॉ. शक्ति कुमार ने बताया कि कॉलेज के कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल और आइटी विभाग के 30 शिक्षकों का एक मशीन इंटेलिजेंस ग्रुप तैयार किया गया है, जिन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निग के रिसर्च योग्य विधाओं का चयन करना है। कार्यक्रम की कन्वेनर डॉ. अंजू गांधी ने कॉलेज मैनेजमेंट और डायरेक्टर का धन्यवाद किया। इस अवसर पर डॉ. तनवी सिंह, डॉ. सुनील ढुल, डॉ. अखिलेश मिश्रा, रतनदीप अनेजा, राजन सलूजा, आकांक्षा महाजन, हरीश सैनी, पुनीत शर्मा व शेखर सेंगर मौजूद रहे।