एनएमसी के विरोध में आज दिल्ली जाएंगे पचास चिकित्सक
नेशनल मेडिकल कमीशन की विसंगतियों को दूर कराने तथा इसके नकारात्मक असर को बताने के लिए डॉक्टरों की होगी पंचायत।
जागरण संवाददाता, पानीपत
नेशनल मेडिकल कमीशन की विसंगतियों को दूर कराने तथा इसके नकारात्मक प्रावधानों के विरोध में आइएमए से जुड़े चिकित्सक रविवार को दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हुंकार भरेंगे। पानीपत से करीब 50-60 चिकित्सक महापंचायत में पहुंचेंगे। कुछ डॉक्टर शनिवार की सायं रवाना हो चुके हैं।
आइएमए, पानीपत के अध्यक्ष डॉ. श्याम कालड़ा ने बताया कि केंद्र सरकार मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया को खत्म कर नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बनाने जा रही है। इसके बनने से प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को अपनी मर्जी से सीटें बढ़ाने का अधिकार मिल जाएगा।
प्राइवेट मेडिकल कॉलेज 60 प्रतिशत सीटों पर अपनी मर्जी से फीस ले सकेंगे। अब यह कोटा महज 15 प्रतिशत है। मनमर्जी से सीटें बढाने पर शिक्षा का स्तर गिरेगा। ब्रिज कोर्स के बाद देश के लगभग 14 लाख आयुर्वेदिक-यूनानी चिकित्सक अंग्रेजी दवाओं से इलाज करना शुरू कर देंगे। अपर्याप्त शिक्षा के चलते ये चिकित्सक मरीज की जान से खिलवाड़ करेंगे। विदेश से एमबीबीएस डिग्री हासिल करने वाले चिकित्सक को अब भारत में अलग से कोई परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी, इससे मेडिकल सिस्टम पूरी तरह बिगड़ जाएगा ।
एनएमसी के 25 सदस्यों में सिर्फ 5 डॉक्टर और 20 नॉन-मेडिकल सदस्य होंगे। चिकित्सकों को सरकार की यह मनमर्जी मंजूर नहीं है, इसलिए महापंचायत हो रही है।