काबड़ी में काटी जा रही थी अवैध कालोनी, तीन निलंबित
संजीव गुप्ता, पानीपत काबड़ी गांव में चोरी- छिपे अवैध कालोनी काटने और तहसील कर्मियों क
संजीव गुप्ता, पानीपत
काबड़ी गांव में चोरी- छिपे अवैध कालोनी काटने और तहसील कर्मियों की मिलीभगत से फर्जी रजिस्ट्री कराने का मामला उजागर हुआ है। मामले की सच्चाई सामने आने पर डीसी ने तत्काल प्रभाव से तहसील के तीन कर्मियों को निलंबित कर दिया है। जांच एसडीएम पानीपत को सौंप दी है।
काबड़ी गांव में करीब चार एकड़ जमीन पर अवैध कालोनी काट दी गई। प्रॉपर्टी डीलर व कालोनाइजर ने तहसील में भी मिलीभगत कर ली। तहसील कर्मियों की मदद से एक ही रजिस्ट्री में 13 प्लॉट धारकों के नाम डाल दिए गए।
करीब दो सप्ताह पहले जिला नगर योजनाकार के एक जेई को इस बाबत सूचना मिली तो उसने डीटीपी से बात की। दरअसल, डीटीपी की एनओसी के बगैर बाहरी कालोनी में तहसीलदार कोई रजिस्ट्री नहीं कर सकते। डीसी के निर्देश पर डीटीपी ने पूरी रिपोर्ट तैयार कर दी। इसके बाद डीसी ने डीआरओ बीएस बठला से इस रजिस्ट्री की सेल डीड जांच कराई।
सारी कलई खुलने पर बुधवार को जिला उपायुक्त ने तहसीलदार के रीडर प्रदीप शर्मा, रजिस्ट्रेशन क्लर्क आनंद और कंप्यूटर आपरेटर रेखा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दे दिए। साथ ही इस मामले की जांच एसडीएम पानीपत विवेक चौधरी को सौंप दी गई है।
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डीलर और कालोनाइजर को नोटिस भेजे
काबड़ी गांव में अवैध कालोनी काटे जाने के मामले में प्रॉपर्टी डीलर और कालोनाइजर दोनों को नोटिस भेजा जा चुका है। हालांकि कालोनी में अभी निर्माण नहीं हुआ है लेकिन तब भी वहां डेमोलिशन की कार्रवाई होगी। आदेशानुसार सभी संबंधित लोगों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी।
-अरविंद्र ढुल, जिला नगर योजनाकार।
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एसडीएम की रिपोर्ट पर होगी अगली कार्रवाई
यह सही है कि गलत रजिस्ट्री करने पर तहसील के तीन कर्मचारी निलंबित कर दिए गए हैं। कंप्यूटर आपरेटर की तो नौकरी भी जाएगी। बाकी एसडीएम पानीपत विवेक चौधरी मामले की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
-डा. चंद्रशेखर खरे, जिला उपायुक्त।