घर में नौकर है तो पढ़ लें ये खबर, सत्यापन है जरूरी, हो सकता है धोखा
अगर आप नौकर रख रहे हैं तो जरा सतर्क हो जाएं। उसे रखने से पहले उसका सत्यापान जरूर करा लें। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो आप किसी वारदात के शिकार भी हो सकते हैं। पानीपत में एक ऐसा ही मामला सामने आया है।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत शहर की आबादी सात लाख से ज्यादा है। यहां पर लगभग 15 हजार नौकर हैं। ऐसा पुलिस थानों की रिकार्ड के मुताबिक है। जबकि शहर में दुकानों, कार्यालय और घरों में काम करने वाले नौकरों की संख्या लाख से भी ज्यादा है। इन नौकरों को मालिकों ने पुलिस से सत्यापन नहीं कराया है। ये लापरवाही ही मालिकों के लिए आफत बन चुकी है।
पानीपत सहित आसपास के जिलों में भी नौकर मालिक के विश्वास को तोड़कर चोरी व रंगदारी की वारदात कर रहे हैं। इनका स्थाई पता नहीं है। इस वजह पुलिस के लिए अपराध करने वाले नौकरों को ढूंढ पाना आसान नहीं है। डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने बताया कि एसपी ने सभी थाना व चौकी प्रभारियों को आदेश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में नौकरों को सत्यापन करें। ताकि आपराधिक वारदात करने के बाद आरोपित नौकरों को पकड़ा जा सके।
नौकर ये कर चुके हैं वारदात
- न्यू दीवान नगर के सुरेंद्र कुमार का पुरेवाल कालोनी में किराना स्टोर है। उसने दो साल से शिवम को नौकर रखा हुआ था। शिवम स्टोर से सामान चोरी करता रहा। सुरेंद्र ने सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए। एक सितंबर की रात को शिवम ने चोरी की तो सीसीटीवी कैमरे में वारदात रिकार्ड हो गई। इसी से शिवम की करतूत का पता चला। शिवम का थाने से सत्यापन नहीं करा रखा था। थाना माडल टाउन पुलिस ने आरोपित को काबू किया।
-बाबरपुर के आढ़ती श्रीचंद की जमीन बंटाई पर लेकर कचरौली के खुशीराम खेती करते हैं। श्रीचंद के गोदाम व खेत में खुशीराम का पोता आकाश काम करता था। दो महीने पहले आकाश ने खेत के पड़ोसी विकास के साथ मिलकर श्रीचंद के पोते के अपहरण की साजिश रची। वे वारदात नहीं कर पाए। इसके बाद दोनों युवकों ने चिट्ठी लिखकर श्रीचंद से दो करोड़ रुपये की रंदगारी मांगी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को काबू किया।