Move to Jagran APP

खेल स्टेडियम को उद्घाटन के बाद अब हैंडओवर का इंतजार

देख रेख के अभाव में कमरों की खिड़कियां टूट चुकी हैं। साफ सफाई का बुरा हाल है। बड़ी बात यह है कि इसके लिए न तो नपा दिलचस्पी दिखा रहा है और न ही खेल विभाग। नतीजा यह है कि खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 10:00 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 10:00 AM (IST)
खेल स्टेडियम को उद्घाटन के बाद अब हैंडओवर का इंतजार
खेल स्टेडियम को उद्घाटन के बाद अब हैंडओवर का इंतजार

जागरण संवाददाता, समालखा : करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार भापरा खेल स्टेडियम को पिछले ढाई साल से नगर पालिका या खेल विभाग को हैंडओवर नहीं किया जा सका है। देख रेख के अभाव में कमरों की खिड़कियां टूट चुकी हैं। साफ सफाई का बुरा हाल है। बड़ी बात यह है कि इसके लिए न तो नपा दिलचस्पी दिखा रहा है और न ही खेल विभाग। नतीजा यह है कि खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ रहा है। यहां न तो खेल के सामान उपलब्ध हैं न पीने के पानी और लाइट की सुविधा। हालांकि, मामला संज्ञान में आने पर शुक्रवार को एसडीएम कुशल कटारिया ने नपा सचिव के साथ स्टेडियम का निरीक्षण कर जल्द ही बचे काम को पूरा करा हैंडओवर कराने का आश्वासन दिया। ढाई साल पहले मुख्यमंत्री कर चुके उद्घाटन

loksabha election banner

कांग्रेस सरकार में विधायक धर्म सिंह छौक्कर ने भापरा रोड पर पांच एकड़ में खेल स्टेडियम का निर्माण शुरू कराया था। नगरपालिका ने जमीन दी थी और पंचायतीराज ने इसे बनाया था। अक्टूबर 2016 में सीएम मनोहर लाल खंट्टर ने सिवाह में आयोजित कार्यक्रम से ही स्टेडियम का उद्घाटन किया था। बिगड़ रही है स्टेडियम की सूरत

स्टेडियम में पांच सौ लोगों के अलावा सामान्य दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। फुटबाल, वॉलीबाल, बास्केटबाल आदि खेलों के लिए ग्राउंड में उपकरण लगाए गए हैं। चार सौ मीटर का ट्रैक बनाया गया है। चेंजिग रूम, शौचालय सहित कई कमरे व हॉल भी बनाए गए हैं लेकिन देखरेख के अभाव में मैदान में घास उग आई है। खिड़कियां टूट चुकी हैं। सबमर्सिबल पंप खराब हो चुका है। बॉक्सिग रिग जंग खा रहा है। बास्केटबाल के पोल जर्जर हो चुके हैं। कुछ लाइटें जल रही हैं तो अधिकतर खराब हैं। पानी की सुविधा नहीं है। हालांकि, खेल विभाग की ओर से कबड्डी व फेंसिग कोच जरूर लगाए गए हैं। करोड़ों लगाए, सुविधा देना भूले

भापरा निवासी जितेंद्र का कहना है कि करोड़ों रुपये लगाने के बावजूद कस्बे के खिलाड़ियों को स्टेडियम से जुड़ी कोई सुविधा नहीं मिल रही है। उनको मिलने वाली सुविधाएं सरकारी विभागों के बीच फंसकर रह गई हैं। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द स्टेडियम को नपा या खेल विभाग को हैंडओवर किया जाए, ताकि वहां आने वाले खिलाडि़यों को सुविधा मिल सके। क्या कहते हैं अधिकारी

जल्द कराएंगे समाधान

एसडीएम कुशल कटारिया ने कहा कि आज मैंने स्टेडियम का नपा सचिव के साथ निरीक्षण किया है। हैंडओवर करने को लेकर नपा व खेल विभाग के अधिकारियों से बात कर जल्द समाधान निकाला जाएगा, ताकि देख रेख होने के साथ खिलाड़ियों को भी सुविधा मिल सके। नपा को लिख चुके हैं पत्र

पंचायती राज के एसडीओ सुरेश आंतिल का कहना है कि इस संबंध में नपा को कई बार पत्र लिख चुके हैं। खेल ंविभाग के अधिकारी से भी बात हुई है। उम्मीद है की सोमवार तक समस्या का समाधान निकल जाएगा। जहां तक बात खिड़की के फाइबर टूटने व अन्य काम की है। उसे भी पूरा करा दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.