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कैसे होगा जल संचय, सरकारी भवनों में ही नहीं रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

बारिश का पानी हर वर्ष नाली में बह जाता है। अगर इन बूंदों को सहेजा जाए तो धरती की कोख कभी सूखी न हो। जमीन में पानी होगा तो पानी की कमी नहीं रहेगी।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Mar 2021 07:13 AM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 07:13 AM (IST)
कैसे होगा जल संचय, सरकारी भवनों में ही नहीं रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम
कैसे होगा जल संचय, सरकारी भवनों में ही नहीं रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

संवाद सहयोगी, सनौली : बारिश का पानी हर वर्ष नाली में बह जाता है। अगर इन बूंदों को सहेजा जाए तो धरती की कोख कभी सूखी न हो। जमीन में पानी होगा तो पानी की कमी नहीं रहेगी। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम और तालाबों को सहेजकर ही पानी बचाया जा सकता है। विडंबना है कि सरकारी विभाग ही इसके लिए तैयार नहीं हैं। सनौली के बीडीपीओ कार्याल्य में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं है। पानी की निकासी ठप है। दर्जनों गांवों के लोग यहां पहुंचते हैं। इसके बावजूद व्यवस्था ठप है।

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बीडीपीओ कार्यालय में आने वाले पंचायत प्रतिनिधियों सहित ब्लॉक के 22 गांवों के लोगों को गंदे पानी से निकल कर बीडीपीओ कार्यालय में आना-जाना पडता हैं। तालाबों पर अवैध कब्जे के चलते व अक्सर बरसात होने पर सनौली क्षेत्र के दर्जनो गांवों में वर्षा का पानी घरों के आगे गलियों में भर जाता है। सनौली-बापौली ब्लाक की 49 ग्राम पंचायतों में से 30 से अधिक गांवों की कई-कई मुख्य गलियों में गंदा पानी भर जाता है।

इन गांवों में निकासी ठप

सनौली खुर्द, रिशपुर, छाजपुर कलां, अधमी, मौहाली, झांबा, नवादा, पत्थरगढ़, डाडौला, बापौली, जलमाणा, गोयला खुर्द, गोयला कलां, धनसौली, मिर्जापुर, नगला, कुराड़, नन्हेडा, मतनौली में निकासी ठप है। रेन वाटर हार्वेस्टिग हो तो यही पानी जलस्तर बढ़ा सकता है।

तालाब से हटें कब्जे

ग्रामीण अभिषेक, धर्मबीर, पवन, सुरेश, महेश, मदनलाल, प्रमोद, कृष्णपाल, राजेश, धर्मसिंह, सुमित, मनोज, बलकार का कहना है कि तालाबों पर कब्जे हैं। इस वजह से निकासी नहीं हो पाती। वर्षा का पानी बर्बाद हो जाता है। रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम भी नहीं लगे हैं। दुकानदार आशु, विजय कुमार, अंकुश, महेश, संजू, मनोज, राममेहर का कहना है कि सनौली खुर्द अड्डे पर ही निकासी ठप है। दुकानों में पानी घुस जाता है। इस बारे में जिला परिषद के सीईओ विवेक चौधरी का कहना है कि जल संचय को लेकर बैठक की गई है। जल्द ही रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाएंगे।

विद्यार्थियों को दिलाई जल संचय की शपथ

संस, सनौली : गांव जलालपुर प्रथम स्थित नव ज्योति माडल स्कूल में जल बचाव विषय पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ। समाजसेवी युवा मंडल, ग्राम सुधार युवा मंडल, सद्भावना युवती मंडल और सरस्वती रामलीला समिति सनौली खुर्द के द्वारा भी ऐसे ही आयोजन हुए। उधर, सोमवार को बीडीपीओ कार्यालय सनौली खुर्द में जल शक्ति अभियान थीम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संदेश सुनाया गया। इस दौरान एसडीओ नरेश ढिल्लों, जितेंद्र कुमार, जेई सुनील कुमार, राजेश कुमार मौजूद रहे। गांव छाजपुर में भी जल शक्ति अभियान को लेकर ग्र?ाम सभा बैठक हुई। ग्रामीणों को जल बचाव के लिए प्रेरित किया गया।

किसानों को दी जल संरक्षण की जानकारी

संसू, बापौली : कृषि विज्ञान केंद्र उझा में सोमवार को विश्व जल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें 105 प्रगतिशाील महिलाओं ने भाग लिया। डा. राजबीर गर्ग ने किसानों को पानी के महत्व, आवश्यकता और जल संरक्षण करने बारे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी जरूरत है। देश में 70-80 प्रतिशत पानी का इस्तेमाल खेती में होता हैं। हमें जरूरत हैं ऐसे फसल चक्र को अपनाने की जिसमें पानी का कम से कम प्रयोग हो। डा. सतपाल सिंह ने महिलाओं को जल बचाव की शपथ दिलाई।


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