समालखा के पास पटरी से उतरा हिमालय क्वीन का डिब्बा, होली के दिन टला बड़ा हादसा
दिल्ली सराय रोहिला से कालका जा रही हिमालय क्वीन एक्सप्रेस का गार्ड वाला डिब्बा भोड़वाल माजरी रेलवे स्टेशन के पास झटके साथ पटरी से उतर गया। गार्ड ने सूचना पायलट को दी लेकिन जब तक स्पीड में चल रही ट्रेन रुकी तब तक डिब्बा करीब छह सौ मीटर तक ट्रैक पर घसीटता चला गया। इससे ट्रैक को काफी नुकसान पहुंचा।
जागरण संवाददाता, समालखा : दिल्ली सराय रोहिला से कालका जा रही हिमालय क्वीन एक्सप्रेस का गार्ड वाला डिब्बा भोड़वाल माजरी रेलवे स्टेशन के पास झटके साथ पटरी से उतर गया। गार्ड ने सूचना पायलट को दी, लेकिन जब तक स्पीड में चल रही ट्रेन रुकी तब तक डिब्बा करीब छह सौ मीटर तक ट्रैक पर घसीटता चला गया। इससे ट्रैक को काफी नुकसान पहुंचा। डिब्बे से लगे झटके व उठते धुएं को देख यात्रियों में हड़कंप मच गया। सभी यात्री ट्रेन रुकते ही नीचे उतर आए। गनीमत रही की होली के दिन बड़ा हादसा होने से टल गया।
इसकी सूचना मिलते ही एडीआरएम नवीन परशुराम, सीटी हैड क्वार्टर अमित गोयल व मंडल इंजीनियर संतोष कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे। वहीं हादसे के कारण दर्जन भर से ज्यादा शताब्दी व एक्सप्रेस गाड़ियां जहां अपने निर्धारित समय से लेट हुई, वहीं चार अप व डाउन की पैसेंजर गाड़ियों को रद करना पड़ा।
हिमालय क्वीन बुधवार को सुबह दिल्ली से कालका के लिए रवाना हुई थी। इसका सोनीपत व गन्नौर के बाद 6:54 बजे समालखा में ठहराव है, लेकिन गन्नौर से चलकर जैसे ही 6:49 बजे पर भोड़वाल माजरी स्टेशन से पहले किलोमीटर का खंभा नंबर 64-13 व 64-12 के बीच कांटे तक पहुंची तभी झटके के साथ गार्ड का डिब्बा पटरी से उतर गया। गाड़ी के सभी डिब्बे झटका खाने लगे और निकलते धुएं को देख यात्रियों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। वहीं बेपटरी हुए डिब्बे में इधर उधर गिरते गार्ड समुंदर सिंह ने पायलट फतेह को अवगत कराया तो स्पीड में चल रही गाड़ी के ब्रेक लगा रोका गया। परंतु तब तक बेपटरी हुआ डिब्बा करीब छह सौ मीटर तक ट्रैक पर घसीट चुका था। इससे न केवल घटनास्थल वाली जगह पर ही ट्रैक में दरार आ गई, बल्कि गाड़ी के रुकने वाली जगह तक ट्रैक में लगे स्लीपर व कुंडे जगह जगह से टूट गए। हादसे का कारण अप ट्रैक पर रेल यातायात प्रभावित हुआ। इसका असर डाउन ट्रैक पर भी पड़ा। पता लगने पर रेलवे की इंजीनियरिग टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बेपटरी हुए गार्ड वाले डिब्बे को छोड़कर बाकी ट्रेन को 8 बजकर 01 मिनट पर रवाना कर दिया गया। एडीआरएम नवीन परशुराम ने कहा कि हादसे का कारण जानने के लिए इंजीनियर, सिगनल, मैकेनिकल व टैक्नीकल की टीम लगी है। किसी तरह का कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ। डिब्बा काफी दूर तक घसीटा होने के कारण ट्रैक को काफी नुकसान पहुंचा है। क्षतिग्रस्त हिस्से को बदला जा रहा है। अप व डाउन दोनों तरफ की गाड़ियां को धीरे-धीरे निकाला गया।