नगर निगम में सियासत, बिल्डिंग इंस्पेक्टर बृजेश हुड्डा की पावर छीनी
बृजेश हुड्डा की देखरेख में कृष्णा-कृष्णा ज्वेलर्स की मॉडल टाउन दुकान का नक्शा पास किया था। कमिश्नर ने उनसे मॉडल टाउन समेत कई बड़े वार्ड वापस लिए। नेताओं की शह पर चल रहा खेल।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कृष्णा-कृष्णा ज्वेलर्स के मॉडल टाउन स्थित शोरूम के नक्शे को पास करने और नियमों को ताक पर रखकर खोदाई करने की गाज नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर बृजेश हुड्डा पर गिर गई है। निगम कमिश्नर ने बिल्डिंग इंस्पेक्टर की शक्तियों को कम करते हुए उनसे पॉश एरिया मॉडल टाउन समेत कई बड़े वार्डों को वापस ले लिया है। उनका काम अब बिल्डिंग इंस्पेक्टर दलबीर जागलान को दिया गया है।
बिल्डिंग इंस्पेक्टर बृजेश हुड्डा के पास वार्ड-19 समेत शहर के कई बड़े वार्डों की जिम्मेदारी थी। अब उनको वार्ड-1 से 4 और वार्ड-11 दिया है। इन वार्डों में बाहरी कॉलोनियां और सेक्टर-11 आता है। दूसरे बिल्डिंग इंस्पेक्टर दलबीर जागलान को वार्ड-19 समेत शहर के 19 वार्ड दिए गए हैं। इससे पहले दोनों बिल्डिंग इंस्पेक्टरों पर शहर के 24 वार्डों में से 12-12 वार्ड थे। वे दोनों इन वार्डों के कार्यों को देख रहे थे।
आसपास के लोगों ने खोदाई पर जताई थी नाराजगी
कृष्णा-कृष्णा ज्वेलर्स के संचालक मॉडल टाउन में नया शोरूम बना रहे हैं। उन्होंने अपने एक रिश्तेदार के नाम उक्त जमीन है और नगर निगम में नक्शे की फाइल जमा की थी। ज्वेलर्स संचालक ने विगत सप्ताह बेसमेंट की खोदाई शुरू कर दी। आसपास के लोगों ने इसका विरोध कर दिया था। नगर निगम अधिकारियों ने मौका देखा तो इसमें लापरवाही पकड़ी गई थी। अधिकारियों ने बेसमेंट की खोदाई रुकवा दी थी।
दैनिक जागरण ने मामले का भंडा फोड़ा था
कृष्णा-कृष्णा ज्वेलर्स के शोरूम का मामला सामने आने के बाद दैनिक जागरण ने इसकी पड़ताल की। सामने आया था कि नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर ने जगह का मौका मुआयना किया था। उनकी रिपोर्ट पर अधिकारियों ने नक्शा पास कर दिया। नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार उक्त लोगों ने नक्शे के लिए जमा फाइल 10 दिन में ही पास कर दी। जबकि मॉडल टाउन में कॉमर्शियल भवनों पर प्रतिबंध है। सरकार द्वारा गत वर्ष दी छूट में इसकी फाइल को शामिल किया गया था। नगर निगम अधिकारियों ने इस मामले को पकड़ लिया था।
कमिश्नर ने मानी ये गलती
कमिश्नर प्रदीप डागर का कहना है कि बिल्डिंग ब्रांच में नक्शा पास करने में अनियमितता सामने आई है। बिल्डिंग इंस्पेक्टर बृजेश हुड्डा से मॉडल टाउन क्षेत्र समेत दूसरे बड़े वार्ड वापस ले लिए हैं। उनको दूसरे वार्ड दिए गए हैं। कृष्णा-कृष्णा ज्वेलर्स के नक्शे की भी जांच की जा रही है। इसमें किसी तरह की लापरवाही मिलती है तो कैंसल किया जा सकता है।
निगम में चल रही राजनीति
नगर निगम में राजनीति शुरू से ही हावी है। भाजपा के विधायक हो या अन्य दलों के नेता, उनकी हर काम में दखलअंदाजी रहती है। यहां तो एक नेता के इशारे पर सड़क बना दी जाती है। उसका टेंडर बाद में लगाया जाता है। नगर निगम के पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह तो खुलकर सामने आ गए हैं। उनका कहना है कि विधायक की शह पर सबकुछ हो रहा है। दूसरी तरफ नगर निगम के निवर्तमान मेयर सुरेश वर्मा का कहना है कि भाजपा के नेता ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।