तैरना नहीं आता था तो किनारे बैठकर नहा रहे थे, पैर फिसलने से यमुना में डूबा
25 फीट गहरे गड्ढे पानी में डूबने से गई जान एचडीएफसी बैंक में एटीएम सिक्योरिटी गार्ड था मोहाली गांव का मृतक सूचना देने के बाद भी मौके पर नहीं पहुंची सनौली नाका व थाना पुलिस
संवाद सहयोगी, सनौली-पानीपत: उत्तर प्रदेश के कैराना क्षेत्र में पुल के नीचे सोमवार को यमुना में पैर फिसलकर गिरने और डूबने से एचडीएफसी बैंक के एटीएम सिक्योरिटी गार्ड की मौत हो गई। पास में ही छोटा भाई भी मौजूद था लेकिन उसे तैरना नहीं आता था। ऐसे में वह भाई को डूबने से नहीं बचा सका। उधर, गोताखोरों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद शव को पानी से बाहर निकाला। सूचना देने के बाद भी सनौली थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। घटना दोपहर बाद करीब 2:30 बजे की है।
मोहाली गांव के सुनील कुमार ने बताया कि उनका बड़ा भाई रमेश कुमार (35) पानीपत के सेठी चौक स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम पर सिक्योरिटी गार्ड था। वह और रमेश यमुना नदी में नहाने गए थे। दोनों को तैरना नहीं आता था, इसलिए किनारे बैठकर नहा रहे थे। इस बीच, रमेश का पैर फिसल गया और पानी में डूब गया। पास खड़े उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के मवी गांव के गोताखोर जावेद ने अपने साथियों के साथ रमेश की तलाश की। करीब तीन घंटे बाद भाई का शव पानी से बाहर निकाला और पुलिस को सौंप दिया। रमेश के परिवार में बेटा नीरज (5), बेटा वशु (3), जयदेव (1), पत्नी ममतेश, छोटा भाई गुरुदेव और पिता रघबीर हैं। दो प्रदेशों की सीमा में उलझा मामला
रमेश के यमुना में डूबने के बाद सुनील ने सनौली नाका और थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दलील दी कि घटनास्थल कैराना थाने का है, इसलिए वहीं की पुलिस जांच करेगी। पुलिस को सूचना दे दी है। दो प्रदेश की सीमा के फेर में पुलिस उलझी रही। पुलिस के इस रवैये से पीड़ित परिवार आहत है। 23 दिन में चार जिंदगियां लील चुकी है यमुना
यमुना में डूबने से 23 दिन में तीन किशोरों सहित चार लोगों की मौत हो चुकी है। 31 मार्च को तामशाबाद के पास यमुना में नहा रहे सनौली खुर्द गांव के उदय और आर्यन की डूबने से मौत हो गई, जबिक अभिषेक बाल-बाल बचे। इसी तरह से छह अप्रैल को गढ़ी भल्लौैर गांव के रमन (15) की मिर्जापुर घाट के पास यमुना में नहाते हुए मौत गई।