Move to Jagran APP

साउथ कोरिया में करनाल की बेटी का कमाल, तीरंदाज रिद्धि ने विश्व कप स्टेज-2 में जीता कांस्य पदक

करनाल की बेटी रिद्धि ने विश्व कप स्टेज-2 में कांस्य पदक जीता। साउथ कोरिया में विश्‍व कप स्‍टेज-2 प्रतियोगिताएं हुई। जीत के बाद अब रिद्धि फोर 24 मई को भारत लौटेंगी। शूटर अनीश के बाद रिद्धि ने मेडल जीता।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 11:53 AM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 11:53 AM (IST)
साउथ कोरिया में करनाल की बेटी का कमाल, तीरंदाज रिद्धि ने विश्व कप स्टेज-2 में जीता कांस्य पदक
तीरंदाज रिद्धि ने विश्व कप स्टेज-2 में कांस्य पदक जीता है।

करनाल, जागरण संवाददाता। समाज में बेटियों का सम्मान दिलाने वाली तीरंदाज रिद्धि फोर ने साउथ कोरिया में चल रहे वर्ल्‍ड कप स्टेज-टू तीरदांजी मुकाबलों में कांस्य पदक जीता है। मुकाबलों के लिए रिद्धि फोर करनाल से 13 को रवाना हुई थी और 24 मई को लौटेंगी। शूटर अनीश भनवाला के बाद रिद्धि का विश्व कप में मेडल जीतना खेलो इंडिया के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना है। अगले माह होने वाले खेलो इंडिया मुकाबलों में करनाल से रिद्धि का तीरंदाजी के लिए चयन हुआ है। गुरुनानक खालसा कालेज की प्रथम वर्ष की छात्रा रिद्धि अब तक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय 51 मेडल जीत चुकी है और इस मेडल के साथ संख्या 52 हो गई है।

loksabha election banner

आसान नहीं सफलताओं का सफर

तीरंदाज रिद्धि फोर ने बताया कि सफलताओं का सफर आसान नहीं है। इसे हमें तपस्या की तरह लेना होता है। विश्व कप स्टेज-2 में हिस्सा लेने के लिए भारतीय टीम में उनका चयन हुआ था और गोल्ड पर निशाना साधने का लक्ष्य था। उसकी यह जीत भारत को समर्पित है। उन्होंने बताया कि अनीश का शूटिंग में मेडल जीतने की सूचना पर काफी खुशी हुई। हमारे करनाल के काफी खिलाड़ी ऐसे हैँ जो विश्व में अपनी छाप छोड़ सकते हैं, जिनमें अनीश भी एक हैं।

बता दें कि 15 वर्ष की उम्र में इंटरनेशनल स्तर पर पहचान बनाने वाली करनाल की बेटी ने शूटिंग को अपना शौक बनाकर आठ वर्ष की उम्र में तीरंदाजी का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। रिद्धि के अनुसार खेलो इंडिया में मेडल के साथ हरियाणा का नाम रोशन करेगी।

शुरुआत से ही पदकों की लड़ी बनाने का सिलसिला

बीते नवंबर माह में बांग्लादेश के ढाका में 22वीं अंतरराष्ट्रीय एशियन चैंपियनशिप के दौरान तीरंदाज रिद्धि ने रजत पदक जीता था। वर्ष-2018-19 में फिलिपींस एशिया कप में दो ब्रांज, ताईवान में सिल्वर व ब्रांज और बांग्लादेश में सिल्वर मेडल जीत चुकी तीरंदाज ने वर्ष-2012 में शुरुआती ट्रेनिंग के बाद 2014 में आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में आयोजित अंडर-14 मुकाबलों में गोल्ड मेडल हासिल क चुकी है। वर्ष-2015 में विशाखापट्टनम में दो ब्रांज, अंडर-18 में सिल्वर व ब्रांज, आंध्र प्रदेश तिरुपति में वर्ष-2016 में तीन गोल्ड, उड़ीसा भुवनेश्वर में आयोजित अंडर-17 के मुकाबले में दो गोल्ड व दो सिल्वर, स्कूल नेशनल गेम्स में चार गोल्ड व एक सिल्वर, वर्ष-2016-17 में महाराष्ट्र में मेडल, फरीदाबाद में सीनियर नेशनल तीरंदाजी में ब्रांज, 2017-18 में स्कूल नेशनल गेम्स में दो गोल्ड, एक सिल्वर जीतने वाली खिलाड़ी है।

पिता ने छोड़ी नौकरी, मुकाबलों में मां रहती साथ

पढ़ाई में अव्वल रहने वाली गुरु नानक खालसा कालेज करनाल में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा रिद्धि ने की सफलता में पिता मनोज फोर व मां पिंकी का सहयोग रहा है। कम उम्र में सफलता की सीढ़ियां चढ़ने वाली रिद्धि ने बताया कि पिता ने उसका करियर संवारने के लिए खुद की नौकरी छोड़ दी, जबकि मुकाबलों में मम्मी साथ रहती हैं। साथ ही परिवार की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.