Panipat Gold Loan Bank Robbery case : जुए में हारा तो गैंग से जुड़ा दाऊद, पानीपत में डकैती कर देहरादून में की थी पार्टी
Haryana Panipat Gold loan bank robbery case जुए में लाखों रुपये हारने के बाद दाऊद इमरान की गैंग से जुड़ गया था और पानीपत सनौली रोड स्थित आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनी से डकैती की।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत सनौली रोड स्थित आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनी में डकैती करके डकैतों ने छह महीने तक तक सोना अपने पास रखा और बेचा नहीं। पुलिस जांच ठंडी होते ही उन्होंने साढ़े चार करोड़ रुपये का सोना दो करोड़ में बेच दिया। वहीं डकैती के बाद सभी ने देहरादून जाकर पार्टी की थी। सीआइए-थ्री ने दाउद के पास से 12 लाख, इमरान से 14 लाख और 81.310 ग्राम ज्वेलरी, बिजेंद्र से 15 लाख व स्विफ्ट कार, सन्नी से एक लाख 25 हजार व राजीव से 10 लाख रुपये बरामद किए।
झोलाछाप है 12वीं पास
पुलिस के अनुसार दाऊद अनपढ़ है। झोलाछाप डाक्टर सन्नी 12वीं पास है। बिजेंद्र दसवीं और राजीव आठवीं पास है। इमरान भी आठवीं पास है। आरोपितों ने अपने हिसाब से अलग-अलग जगह पानीपत से बाहर सोना बेचा है।
पिस्तौल के बल पर कैशियर से खुलवाया था लॉकर
आइआइएफएल गोल्ड लोन के कार्यालय में महिला सफाईकर्मी मुकेश, कैशियर सोनिया और भारतभूषण को पिस्तौल के बल पर बंधक बनाया। दोनों कैशियर के गन प्वाइंट पर लॉकर के पास ले जाया गया। दोनों से चाबी लगवा कर लॉकर खुलवाया। सोने सहित 4.50 करोड़ रुपये लूटे और फरार हो गए।
250 ज्वेलर की छानी खाक
एसआइटी और पुलिस की टीमों ने पानीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पंजाब के करीब 250 ज्वेलर से पूछताछ की। कहीं से भी डकैतों का सुराग नहीं मिला। सीआइए-थ्री ने पांचों डकैतों को गिरफ्तार करने के बाद पानीपत के भी कई ज्वेलर से पूछताछ की।
लूटने वालों को तीन-तीन व पहरा देने वालों को आधा-आधा किलो सोना
इमरान ने बाइक पर असल नंबर की प्लेट लगाई। बिजेंद्र के घर पहुंचे। वहां पर राजीव, इमरान और बिजेंद्र ने सोने का बंटवारा किया। इमरान, बिजेंद्र और राजीव के हिस्से में साढ़े तीन-तीन किलो सोना आया। दाऊद और सन्नी को आधा-आधा किलो सोना मिला। इसी तरह से उन्होंने नकदी भी बांट ली। यानी जिसने वारदात अंदर जाकर की उनके हिस्से ज्यादा सोना आया। वे अपने-अपने घर चले गए, ताकि किसी को शक न हो।
लोगों की थी ज्वेलरी, दो ने पूर्वजों की ज्वेलरी बता केस किया
आइआइएफएल गोल्ड लोन के कार्यालय में 452 लोगों ने सोना गिरवी रखकर लोन ले रखा था। कंपनी के मुताबिक 450 लोगों के जेवर की कीमत अदा कर दी थी। दो लोगों को भी कंपनी जेवर की कीमत देना चाहती थी। इन लोगों ने यह कहकर नकदी नहीं ली कि जेवर उनके पुर्वजों के थे और केस कर दिया।
इमरान, बिजेंद्र और राजीव ने वारदात को अंजाम दिया
29 जनवरी 2018 को इमरान ने अपने कमरे पर बिजेंद्र और राजीव के साथ मीटिंग की और वारदात करने से लेकर भागने व छिपने का प्लान बनाया। राजीव ने मुंह पर चादर लपेट कर नकाब पहन रखा था। इमरान ने हेलमेट व नकाब पहन रखा था और बिजेंद्र ने मंकी कैप पहनी थी। तीनों ने ग्ल्बज भी पहन रखे थे, ताकि साक्ष्य न आ सकें। इमरान ने सप्लेंडर बाइक पर स्कूटी की फर्जी नंबर प्लेट लगाई। तीनों सनौली रोड की बजाय कैमरों से बचते हुए संकरी गली से गोल्ड लोन कंपनी के कार्यालय पहुंचे। नजदीक ही दाऊद और सन्नी खड़े थे। 10:10 बजे इमरान ने पिस्तौल के बल पर कैशियर से अलमारी खुलवाई और जेवर व 2.81 लाख रुपये लूटकर बाइक से इमरान के कमरे पर पहुंचे। वहां पर उन्होंने पॉलीथिन फाड़कर सोना इकट्ठा किया। ग्लब्ज, कपड़े व चादर को असंध रोड हनुमान मंदिर के पास दिल्ली पैरलल नहर में फेंक दिया। दूसरे कपड़े बदले।
देहरादून में पहुंच शराब पार्टी की
बिजेंद्र की कार से चार डकैत देहरादून गए। शराब पार्टी कर जश्न मनाया। सोशल मीडिया के माध्यम से पानीपत पुलिस की गतिविधियों की जानकारी लेते रहे। डकैतों ने नए कपड़े व जूते खरीदे। इसके बाद वे मसूरी पहुंचे और चार-पांच दिन तक मस्ती की। करीब तीन महीने बाद डकैती के रुपयों से बिजेंद्र ने स्विफ्ट कार खरीदी।