हरियाणा सरकार की योजना, तकनीकी शिक्षा में छात्राओं का रुझान बढ़ाने के लिए दिया जाएगा आर्थिक लाभ
टेक्निकल एजुकेशन में बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार ने आर्थिक लाभ देने की योजना बनाई है। अब टेक्निकल एजुकेशन के लिए छात्राओं की फीस माफी की भी योजना है। इसके अलावा छात्रवृत्ति भी मिलेगी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
जींद, जागरण संवाददाता। हरियाणा सरकार तकनीकी शिक्षा में छात्राओं की संख्या बढ़ाने को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए राजकीय आइटीआइ में तकनीकी शिक्षा लेने वाली छात्राओं को आर्थिक लाभ भी दिया जाएगा। तकनीकी ट्रेड में दाखिला लेने पर सबसे पहले उनकी पंजीकरण फीस माफ होगी।
इसके अलावा एक हजार रुपये सालाना और 500 रुपये प्रति माह पढ़ाई में मदद के लिए अलग से मिलेंगे। यहीं नहीं शिक्षा के लिए निशुल्क बस पास की सुविधा पहले से ही दी जा रही है। सभी राजकीय आइटीआइ संस्थानों में दाखिला प्रक्रिया जारी है। विद्यार्थी दाखिले के लिए 16 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं।
दाखिला प्रक्रिया आनलाइन है, इसलिए विद्यार्थियों को दाखिले के लिए आनलाइन ही आवेदन करना होगा। आइटीआइ संस्थानों में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए हैं, जहां उन्हें दाखिले के लिए हर मदद मिलेगी। जिले में राजकीय आईटीआई की संख्या सात है। कैथल रोड स्थित राजकीय आइटीआइ की 22 ट्रेड में 872 सीट हैं। इसके बाद नरवाना की राजकीय आइटीआइ में 21 ट्रेड में 820 सीट हैं। इसके बाद जुलाना की राजकीय आइटीआइ में नौ ट्रेड में 212, सफीदों व खेड़ाखेमावती में तीन ट्रेड में 64 सीट, मुआना की राजकीय आइटीआइ में तीन ट्रेड में 88 सीट, उचाना खुर्द की राजकीय आइटीआइ में चार ट्रेड में 152 व डूमरखां की आइटीआइ में 216 सीट हैं।
आनलाइन आवेदन के दौरान इन दस्तावेजों की है जरूरत
आइटीआइ में आनलाइन आवेदन के दौरान विद्यार्थियों को 10वीं या 12वीं का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र, ई-मेल आइडी, मोबाइल नंबर, बैंक खाता नंबर, जाति प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र, दो रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत पड़ेगी।
विद्यार्थी 16 अगस्त तक कर सकते हैं आनलाइन आवेदन
"दाखिले के लिए विद्यार्थी पर 16 अगस्त तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। संस्थान में हेल्प डेस्क स्थापित कर दिया है। छात्राओं को दाखिले पर आर्थिक लाभ भी दिया जाएगा। अगर आवेदन के दौरान किसी विद्यार्थी को कोई परेशानी है तो वह आइटीआइ परिसर में आकर जानकारी प्राप्त कर सकता है।"
-अनिल कुमार गोयल, प्राचार्य राजकीय आइटीआइ जींद।