ईरानी दंपती दो हजार की इंडियन करेंसी देखने के बहाने 68 हजार लेकर हुए रफूचक्कर, दोनों गिरफ्तार
Haryana Crime News कैथल में ईरानी दंपती ने 68 हजार की धोखाधड़ी की। दो हजार रुपये का नोट देखने के बहाने नोटों की गड्डी से निकाले थे 34 नोट। सीआइए ने दोनों को नारायणगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है।
कैथल, जागरण संवाददाता। कैथल शहर में खल मिल चलाने वाले एक व्यक्ति से दो हजार रुपये का नोट देखने के बहाने 68 हजार रुपये की धोखाधड़ी की गई। मामले में ईरान के पति-पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। सीआइए-वन की टीम ने खलखल राजधानी तहरान ईरान निवासी अली उपनाम हाशीमी बोफराजोर्ड व अफसाना को गिरफ्तार कर लिया।
महेंद्र पाल ने शिकायत दी थी कि जींद रोड चुंगी पर उसका खल भंडार एवं मिल है। 17 सितंबर को दोपहर के समय विदेशी महिला व पुरुष आए। दोनों ने उससे 80 रुपये में दो किलो खल खरीदी। उसके बाद दोनों विदेशियों ने उसको कहा कि एक बार हमें भारत का दो हजार रुपये का नोट दिखा दो। जब वह पैकेट से दो हजार रुपयेे का नोट निकालने लगा तो उन दोनों ने उसके हाथ से पैकेट लेने की कोशिश की।
उन्होंने चालाकी के साथ पैकेट से दो-दो हजार के 34 नोट निकाल कर 68 हजार रुपये निकाल लिए। इस बारे सिविल लाइन थाना में विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच सीआइए-वन को सौंपी थी। सीआइए-वन पुलिस की टीम ने दोनों आरोपितों को नारायणगढ़ से काबू कर लिया। वारदात में प्रयुक्त होंडा सीटी गाड़ी जब्त कर ली गई।
मेडिकल में मिले कोरोना पाजीटिव
दोनों आरोपितों काे सोमवार को न्यायालय में पेश करने से पहले मेडिकल करवाया गया। मेडिकल परीक्षण में डाक्टर ने दोनों को कोरोना पाजीटिव बताया है। दोनों आरोपितों को पुलिस सुरक्षा घेरे में क्वारंटाइन किया गया है। आरोपितों को कोरोना नेगेटिव आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ठीक होने के बाद उनका रिमांड लिया जाएगा। उनके पासपोर्ट, कैथल में क्या करने आए थे सहित अन्य जानकारी हासिल की जाएगी।
इस तरह से पकड़े गए आरोपित
आरोपितों के पास हाेंडा सिटी गाड़ी थी, जो खल मिल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस ने नंबर के आधार पर कार मालिक से संपर्क किया तो उसने बताया कि यह गाड़ी दो विदेशी लोगों को किराए पर दी हुई है। गाड़ी में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ था। पुलिस ने लोकेशन के आधार पर दोनों को नारायणगढ़ अंबाला से काबू किया है। आरोपित ठीक से अंग्रेजी ना बोल पा रहे हैं ना ही समझ पा रहे हैं।