जागरण संवाददाता, पानीपत : रविवार रात भर जिले के ज्यादातर इलाकों में वर्षा हुई। रात आठ से सुबह आठ बजे तक पानीपत में 16 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। जनवरी में सर्दी इस सीजन में पहली बार इतनी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 19 डिग्री व न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह आठ बजे के बाद तेज बर्फीली हवा चली।
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मंगलवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान आठ से दस डिग्री के बीच रह सकता है। जगह-जगह बारिश का पानी भर गया। पार्कों में भी पानी भर गया। औद्योगिक सेक्टरों में सड़क गड्ढों में पानी भरने के कारण कई वाहन चालक चोटिल हुए। दिन में आंशिक बादल छाए रहे। मौसम विभाग के अनुसार 31 जनवरी से मौसम खुश्क रहने की संभावना है।
104 रहा वायु गणवत्ता का स्तर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बुलेटिन के अनुसार पानीपत के वायु सोमवार को गुणवत्ता स्तर 104 अंक रहा। जो सामान्य चार अंक अधिक रहा। आने वाले दिनों में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की संभावना है।
सब्जी मंडी में कामकाज रहा प्रभावित
बारिश अधिक होने के कारण सब्जी मंडी में कामकाज प्रभावित रहा। मंडी में देरी से बोली हो पाई। ग्राहकी कम रही। दो दिनों से सब्जी और फ्रूट की मांग में कमी दर्ज की गई है।
जिले में हुई पांच एमएम बारिश, फसलों को फायदा
क्षेत्र में हुई बारिश से गेहूं व सरसों की फसल को फायदा हुआ है। औसत पांच एमएम बारिश हुई। सबसे ज्यादा प्रतापनगर में 11 एमएम बारिश दर्ज की गई। रुक-रुककर रात भी बूंदाबांदी होती रही। जिसके चलते सुबह लोगों को गंतव्य स्थान पर पहुंचने में मशक्कत झेलनी पड़ी। अधिकांश सड़कें टूटी होने के कारण वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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दोपहर बाद मौसम साफ हो गया और लोगों ने खिली धूप का आनंद लिया। मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी दिनों में मौसम साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 23 व न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। सोमवार को अधिकतम तापमान 18 व न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बिजली आपूर्ति बाधित रही
रात के समय तेज हवाओं के साथ हुई बूंदाबांदी के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही। सुबह करीब नौ बजे बिजली व्यवस्था सुचारू हुई। बिजली न होने के कारण सुबह के समय दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हवा के जोर से गेहूं व गन्ना की फसल भी गिर गई है। उधर, कृषि उपमंडल अधिकारी डा. राकेश पोरिया के मुताबिक क्षेत्र में हुई बारिश से गेहूं व सरसों की फसल को फायदा मिलेगा।