आइबी कालेज में लगाई हार्डवेयर प्रदर्शनी, किया प्रेरित
प्रदर्शनी के हाल में 20 स्टॉल लगाए गए थे। इसमें कंप्यूटर सिस्टम के पुराने पार्ट्स को दर्शाया गया। प्रदर्शनी के साथ-साथ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें दो विद्यार्थियों की टीम को एक-एक हार्डवेयर पार्ट्स दिया गया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : आइबी कालेज में कंप्यूटर विभाग द्वारा दो दिवसीय हार्डवेयर पार्ट्स की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। प्राचार्य डा. अजय गर्ग, उपप्राचार्य डा. मधु शर्मा, प्रो. पीके नरूला, प्रो रंजना शर्मा, डा. मोहम्मद इशाक, डा. रामेश्वर दास, प्रो. सुनीत शर्मा ने दीप प्रज्वलित किया। प्रदर्शनी के प्रवेश द्वार पर रोबोट ने सभी का स्वागत किया।
प्रदर्शनी के हाल में 20 स्टॉल लगाए गए थे। इसमें कंप्यूटर सिस्टम के पुराने पार्ट्स को दर्शाया गया। प्रदर्शनी के साथ-साथ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें दो विद्यार्थियों की टीम को एक-एक हार्डवेयर पार्ट्स दिया गया। उन्हें उस पार्ट के बारे में चार्ट और मॉडल तैयार करना था। उसके बारे में निर्णायक मंडल को बताना था।
डा. अजय गर्ग ने कहा कि ऐसी प्रदर्शनी छात्रों के व्यक्तित्व के विकास में बहुत सहायक होती हैं। कंप्यूटर मेमोरी की क्षमता कहां से कहां पहुंच गई है। आज टेक्नोलॉजी का युग है। अगर विद्यार्थी लगन से मेहनत करें तो इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की अपार संभावनाएं हैं। इस प्रदर्शनी के संयोजक एवं विभागाध्यक्ष डा. विक्रम कुमार ने बताया कि निश्चय ही ऐसी प्रदर्शनी से काफी कुछ सीखने को मिलता है। प्रदर्शनी में लगभग 200 हार्डवेयर पार्ट्स को दर्शाया गया।
निर्णायक मंडल की भूमिका में एसडी कालेज से प्रो प्रवीण, आर्य कालेज से प्रो वीनू भाटिया ने निभाई। प्रदर्शनी के सह संयोजक प्रो. अश्वनी गुप्ता ने मंच का संचालन किया। करीब 200 विद्यार्थियों ने इस प्रदर्शनी को देखा। शुक्रवार को भी प्रदर्शनी लगेगी। इस मौके पर डा. शशि प्रभा, डा. किरण मदान , डा. निधान सिंह, डा. अर्पणा, कंप्यूटर विभाग से डा. रंजू , प्रो गीतिका, प्रो दीप्ति, प्रो नीतू भाटिया, प्रो अंजलि गुप्ता मौजूद रहीं।
प्रतियोगिता के विजेता
प्रथम पुरस्कार : कशिश, बीसीए प्रथम वर्ष एवं ऋतिक बीसीए तृतीय वर्ष।
द्वितीय पुरस्कार : रोहित बीसीए प्रथम वर्ष एवं निकिता बीसीए प्रथम वर्ष।
तृतीय पुरस्कार : प्रियंका एवं रमनप्रीत बीबीए प्रथम वर्ष।
सांत्वना पुरस्कार : शुभम एवं साक्षी बीसीए द्वितीय वर्ष।