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समालखा में बारिश के साथ गिरे ओले, किसान घबराए

रविवार शाम को हल्की बूंदाबांदी ने मौसम को सर्द कर दिया। देहरा में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। बूंदाबांदी के साथ मौसम के बिगड़े मिजाज ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। एक तरफ जहां धान कटाई का काम अभी बचा है वहीं गेहूं की बिजाई का काम भी चरम पर है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 07:46 AM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 07:46 AM (IST)
समालखा में बारिश के साथ गिरे ओले, किसान घबराए

जागरण संवाददाता, समालखा : कई दिन से मौसम में उतार चढ़ाव के बाद रविवार शाम को हल्की बूंदाबांदी ने मौसम को सर्द कर दिया। देहरा में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। बूंदाबांदी के साथ मौसम के बिगड़े मिजाज ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। एक तरफ जहां धान कटाई का काम अभी बचा है, वहीं गेहूं की बिजाई का काम भी चरम पर है। कृषि विज्ञानियों का कहना है कि बारिश तेज हुई तो किसानों को नुकसान की आशंका है। मौसम के साफ होने तक बिजाई रोकना ही अच्छा होगा। 62 हजार हेक्टेयर में बिजाई

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कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. वीरेंद्र देव आर्य ने कहा कि पांच से दस एमएम तक बारिश होती है तो उससे किसान को कोई नुकसान नहीं होगा। पर्यावरण स्वच्छ होगा। ज्यादा बारिश होती है तो गेहूं की फसल को नुकसान की आशंका है। एक तो जो फसल उग चुकी है, वो पीली पड़ सकती है। दूसरा जो उगी नहीं है, वो ज्यादा बारिश के कारण मिट्टी की सतह जमने पर (रापड़ लगने पर) उग नहीं पाएगी। ऐसे में किसान को दोबारा से बिजाई करनी पड़ सकती है। इसलिए किसान मौसम के साफ होने तक गेहूं आदि की बिजाई न करें तो अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि तो पूरी तरह से नुकसानदायक होगी।

आर्य ने बताया कि जिले में 80 हजार हेक्टेयर से ज्यादा एरिया में गेहूं की बिजाई होनी है। करीब 62 हजार हेक्टेयर में बिजाई हो चुकी है। जहां तक धान कटाई की बात है। करीब 1500 हेक्टेयर में ही कटाई का काम बचा है। खुले आसमान के नीचे धान

नई अनाज मंडी में धान की आवक अभी जारी है। जहां हजारों बोरी धान की खुले आसमान के नीचे पड़ी है। वहीं दूसरी ओर किसान की धान भी खुले में पड़ी होने से परेशान दिखा। प्रशासन व आढ़तियों की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं होने पर खुद ही तिरपाल आदि लगा फसल को भीगने से बचाने के लिए मशक्कत करते दिखे। पानीपत में देर शाम हुई बूंदाबांदी, सर्दी बढ़ेगी

जासं, पानीपत : मौसम विभाग के पूर्व अनुमान के मुताबिक सोमवार शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई। दिन भर मौसम साफ रहा। सुबह से आंशिक बादल छाए रहे। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में यह बदलाव आया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों में प्रदेश में कई स्थानों पर बारिश हो सकती है। तापमान में गिरावट होने से सर्दी बढ़ी है। बारिश होने से वायु गुणवत्ता में सुधार रहा। शाम छह बजकर 05 मिनट पर पानीपत का एयर क्वालिटी इंडेक्स 390 रहा जो बहुत खराब स्थिति में गिन जाता है।


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