गुरुद्वारा पहली पातशाही की नींव पर सवाल, नक्शा भी नहीं पास
जीटी रोड स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा पहली पातशाही का नए सिरे से निर्माण करने के लिए 29 मई को नींव रखने की तैयारी कर ली गई है।
जागरण संवाददाता, पानीपत
जीटी रोड स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा पहली पातशाही का नए सिरे से निर्माण करने के लिए 29 मई को नींव रखने की तैयारी कर ली गई है। अब सिख समाज के कुछ लोगों ने नींव पर सवाल खड़े कर दिए हैं। समाज के लोग पंज प्यारों से नींव की ईंट रखवाने की मांग करने लगे हैं। उधर, नगर निगम से नक्शा पास कराए बिना निर्माण कराने की तैयारी पर भी समाज के लोग ऐन वक्त पर नाराजगी व्यक्त कर सकते हैं। बता दें कि 12 जून, 2017 की शाम गुरुद्वारे का गुंबद गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद गुरुद्वारे को पूरी तरह ढहाकर नए सिरे से बनाया जा रहा है।
दरअसल, करीब डेढ़ माह पहले गुरुद्वारा स्थल पर सिख संगतों की बैठक हुई थी। इसमें पहली पातशाही गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सुखदेव ¨सह भी पहुंचे थे। संगत और प्रधान में खूब कहासुनी हुई थी। संगत ने कहा कि जिस नक्शे के आधार पर गुरुद्वारे के निर्माण की तैयारी है, वह नक्शा मंजूर नहीं है। पूर्व प्रधान लख¨वदर ¨सह, केहर ¨सह, संतोख ¨सह पाहवा, पूर्व सचिव कुलवंत ¨सह, सतनाम ¨सह, अमरजीत ¨सह आदि ने कमेटी बनाने, दो-तीन आर्किटेक्चर से नक्शा बनवाकर विकल्प तय करने और संगत द्वारा पास नक्शे को नगर निगम से पास कराने की मांग की थी। बाद में गुरुद्वारा निर्माण के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की गई। अब 29 मई को नींव रखने की तैयारी है। प्रधान सुखदेव ¨सह ने बताया कि गुरुद्वारा इसराना साहिब से खालसा हर¨जद्र ¨सह और करनाल से कार सेवा वाले बाबा सुक्खा ¨सह द्वारा नींव रखी जाएगी।
उधर, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य बलबीर ¨सह ने इसका विरोध करते हुए, पंज प्यारों के हाथों से नींव रखवाने की मांग शुरू कर दी है। सात सदस्यीय निर्माण कमेटी द्वारा मांग नहीं माने जाने पर उन्होंने 21 सदस्यीय गुरुद्वारा कमेटी के समक्ष अपना पक्ष रखने की बात कही है। प्रधान सुखदेव ¨सह ने कहा कि नाराजगी चलती रहती है, उन्हें हम मना लेंगे।