पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की आज जयंती है, ब्रह्मसरोवर पर कीचड़ में स्नान करना पड़ा तो बदल दी थी कुरुक्षेत्र की तस्वीर
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की आज जयंती है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कुरुक्षेत्र को नया रूप दिया था। केडीबी उन्हीं की देन है। भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा का जयंती समारोह कुरुक्षेत्र में नंदा स्मारक पर मनाया गया।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की 124वीं जयंती सोमवार को नंदा स्मारक में मनाई गई। कुरुक्षेत्र को नया रूप देने के साथ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का गठन और ब्रह्मसरोवर को नया रूप उन्हीं की देन थी। उन्होंने ब्रह्मसरोवर की खुदाई में श्रमदान किया था।
भारत रत्न स्वर्गीय गुलजारी लाल नंदा, संग्रहालय एवं पुस्तकालय पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और कुुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के तत्वावधान में भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की 124वीं जंयती समारोह सोमवार को आयोजित किया गया। मुख्यातिथि सांसद नायब सिंह सैनी व विधायक सुभाष सुधा रहे। विशिष्ट अतिथि उपायुक्त मुकुल कुमार रहे। जबकि अध्यक्षता कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने की।
उन्होंने स्वर्गीय गुलजारी लाल नंदा की जयंती को लेकर स्मारक पर अर्पित की श्रद्घाजंलि, मंत्रौच्चारण के बीच हवन यज्ञ में डाली आहुति। सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि कुुरुक्षेत्र के पौराणिक इतिहास को जिंदा रखने के लिए भारत रत्न स्वर्गीय गुलजारी लाल नंदा के योगदान को कभी भूलाया नहीं जा सकेगा। इस महान व्यक्तित्व ने कुरुक्षेत्र का विकास करना ही अपना लक्ष्य बनाया। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ही कुरुक्षेत्र और 48 कोस के तीर्थों का विकास करने के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की स्थापना की थी। अब इस बोर्ड के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल 48 कोस के 164 तीर्थों का जीर्णोद्घार कर रहे है और इन तीर्थों के लिए कई करोड़ रुपए का बजट भी तय किया है।
डीएन कालेज की रचना रही प्रथम
यहां भाषण प्रतियोगिता कराई गई। इसमें डीएन कालेज की छात्रा रचना प्रथम, आइजी कालेज कैथल की दीपिका द्वितीय, कानून विभाग केयूके की छात्रा उपासना तृतीय स्थान पर रही। आइजी कालेज कैथल की मुस्कान चौथे स्थान पर रही। चित्रकला प्रतियोगिता में आइजी कालेज की शबनमदीन प्रथम, वासु द्वितीय व पिंकी तृतीय स्थान पर रही। उत्कृष्ट प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
1968 और 71 में लड़ा था चुनाव
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा ने कुरुक्षेत्र के विकास को हमेशा प्राथमिकता दी। नंदा ने 1968 और 1971 में कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ा और इस लोकसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलने का काम किया। वे दोे बार कार्यकारी प्रधानमंत्री रहे। इसके लिए बाकायदा कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की स्थापना की। अब भाजपा सरकार ने वर्ष 2014 से कुरुक्षेत्र व 48 कोस के तीर्थों का विकास करने की योजना तैयार की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल कुरुक्षेत्र को विश्व मानचित्र के पटल पर लाने के लिए कार्य कर रहे है। अभी हाल ही में विधानसभा वित्त कमेटी के माध्यम से गीता स्थली ज्योतिसर को विश्व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 205 करोड़ रुपये का बजट पारित किया। इसके अलावा इस क्षेत्र में विकास की गति को तेजी के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा के साथ स्व. धर्मवीर सभ्रवाल, स्व. देवी दयाल नन्हा और स्व. शांति स्वरूप शर्मा के योगदान को भी कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
कीचड़ में स्नान करना पड़ा तो बदल दी तस्वीर
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डा. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि नंदा ने एक आम जन साधारण की तरह कुरुक्षेत्र में कार सेवा जैसे कार्यों को शुरू करवाया। अब नंदा जी के जीवन से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिले और नंदा जी के जीवन पर शोध हो इसके लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने हरियाणा को अपनी कर्मस्थली बनाया और धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र गीता स्थली को विकसित करने के लिए अपना अहम योगदान दिया।
केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि 1967 में सोमवती अमावस्या के दिन भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा ने जब ब्रह्मसरोवर पर स्नान किया। उस समय सरोवर में कीचड़ था। उन्होंने ब्रह्मसरोवर के साथ आसपास के तीर्थों की तकदीर लिख दी। नंदा ने तीर्थों का विकास करने के लिए केडीबी की स्थापना की। अब केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से कुरुक्षेत्र के तीर्थों का जीर्णोद्घार किया जा रहा है।
नंदा स्मारक स्थल के इंचार्ज डा. ललित गौड़ ने मेहमानों का स्वागत और मंच का संचालन डा. विवेक चावला ने किया। इस मौके पर केडीबी के सदस्य सौरभ चौधरी, केसी रंगा, रत्न लाल बंसल, रामकुमार रम्बा, खरैती लाल सिंगला, विनोद गर्ग, डा. शुचि स्मिता, डीईओ डा. बलजीत मलिक, समाजसेवी प्रदीप झांब, उपायुक्त मुकुल कुमार, एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक, नगराधीश एवं केडीबी के सीईओ चंद्रकांत कटारिया, समाजसेवी विजय सभ्रवाल, समाजसेवी कृष्ण धमीजा, स्वामी हरिओम परिव्राजक व सेवानिवृत आइएएस डा. आरबी लांग्यान मौजूद रहे।