जिले में सड़क हादसों का ग्राफ घटा, मरने वालों की संख्या बढ़ी
प्रदेश में सड़क हादसों में कमी आई है। 2018 की अपेक्षा इस साल सड़क हादसे 4.3 फीसद कम हुए हैं। 4.2 फीसद कम लोगों की मौत हुई है। 6.4 फीसद कम लोग घायल हुए हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत: प्रदेश में सड़क हादसों में कमी आई है। 2018 की अपेक्षा इस साल सड़क हादसे 4.3 फीसद कम हुए हैं। 4.2 फीसद कम लोगों की मौत हुई है। 6.4 फीसद कम लोग घायल हुए हैं। एडीजीपी लॉ एंड आर्डर नवदीप विर्क ने ट्वीट किया है कि प्रदेश में एक जनवरी से 31 जुलाई तक रोड सेफ्टी के सकारात्मक परिणाम आए हैं। वहीं पानीपत में पिछले साल की अपेक्षा सड़क हादसे तो घटे हैं, लेकिन 19 लोग ज्यादा मरे हैं। 2018 में 352 सड़क हादसे हुए। इनमें 152 लोगों की मौत हुई और 270 लोग घायल हुए। इस साल 337 सड़क हादसों में 171 लोगों की मौत हुई और 263 लोग घायल हुए। ज्यादातर सड़क हादसे ओवरलोड और तेज गति से चलने वाले वाहनों की वजह से हुए हैं। विडंबना ये है कि जिल में दो साल से इंटरसेप्टर खराब है। इसी वजह से ट्रैफिक पुलिस वाहनों की गति का पता नहीं लगा पा रही है और न ही चलाने हो रहे हैं। सरकार ने इंटरसेप्टर मुहैया नहीं कराई है। यहां होते हैं ज्यादातर सड़क हादसे
जीटी रोड पर गांजबड़, बीबीएमबी कट, सिवाह पीर, पुलिस लाइन और पट्टीकल्याणा में खतरनाक कट हैं। यहां पर ज्यादातर सड़क हादसे होते हैं। इसी तरह से असंध रोड पर थर्मल के पास, नारा की गोशाला, गोहाना रोड पर महराणा, डाहर गोल चक्कर, कैत और सनौली रोड पर उग्राखेड़ी, छाजपुर ड्रेन और सनौली थाने के नजदीक सड़क हादसों में लोग जान गंवाते हैं
ये हो चुके हैं हादसे
-दो जून को जीटी रोड पर पीवीआर के पास फ्लाईओवर ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्राली से गार्डर इनोवा पर गिरा। इस हादसे में गाड़ी सवार लाडाव के पेट्रोल पंप मालिक गौरव गोयल और उनकी पत्नी डॉ. रंजना की मौत हो गई। ट्राली पर बैठे अर्जुन नगर के रवि की भी मौत हो गई।
-नौ मार्च को पुलिस लाइन के पास ट्रक के कुचलने से बाइक सवार करहंस के मोहित की मौत हो गई। दोस्त विक्रम, सोनू और श्रवण घायल हो गए।
-25 अप्रैल को थर्मल सौर ऊर्जा प्लांट के पास बस ने बाइक को कुचल दिया। इस हादसे में बाइक सवार
शास्त्री कॉलोनी के सुनील कुमार और वधावाराम कॉलोनी निवासी गौरव की मौत हो गई।
-19 मई की रात को कचरौली के पास ऑटो ने झोटा-बुग्गी ने टक्कर मार दी। इस हादसे में ऑटो में रजापुर निवासी 17 वर्षीय रोहित की मौत हो गई। हादसे रोकने के लिए किए उपाय
डीएसपी मुख्यालय व ट्रैफिक प्रभारी सतीश कुमार वत्स ने बताया कि खतरनाक कटों पर साइन बोर्ड लगवाए जा रहे हैं। रोड की भी संबंधित विभाग के जरिये मरम्मत कराई गई है। पुलिस की हर गाड़ी में रिफ्लेक्टर टेप दे रखी है। वे वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप लगाते हैं। इसके अलावा रिफ्लेक्टर प्रदेश की ये है स्थिति
2018 में प्रदेश में 6677 सड़क हादसे हुए। इनमें 3080 लोगों ने जान गंवाई। 5785 लोग घायल हुए। इस साल 6400 सड़क हादसों में 2954 लोगों की जान गई और 5436 लोग घायल हुए।