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दिव्‍यांग बच्‍चों के लिए अच्‍छी खबर, मोरनी के मल्लाह में एडवेंचर कैंप में जाएंगे

दिव्‍यांग बच्‍चों के लिए ये अच्‍छी खबर है। पंचकूला जिले के मोरनी के मल्लाह में एडवेंचर कैंप में जा सकेंगे। 28 फरवरी से 4 मार्च तक ये कैंप चलेगा। हरियाणा के सभी जिलों को चार बैच में विभाजित किया गया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 12:57 PM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 12:57 PM (IST)
दिव्‍यांग बच्‍चों के लिए अच्‍छी खबर, मोरनी के मल्लाह में एडवेंचर कैंप में जाएंगे
मोरनी के मल्लाह में एडवेंचर कैंप लगेगा।

पानीपत, जेएनएन। दिव्यांग विद्यार्थी एडवेंचर कैंप का आनंद लेंगे। इस बार हिमाचल के मनाली की बजाय पंचकूला जिले के मोरनी के मल्लाह में होगा। हरियाणा समग्र शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के कक्षा छह से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पानीपत जिले के विद्यार्थियों का कैंप 28 फरवरी से चार मार्च तक होगा। उनके साथ कक्षा छह से आठ तक के दो स्पेशल टीचर (एक महिला और एक पुरुष) व एक एपीसी साथ जाएंगे। इस गतिविधि पर खर्च होने वाला बजट जारी कर दिया गया है।

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चार बैच में विभाजित है कैंप

प्रदेशभर के लिए यह एडवेंचर कैंप 28 फरवरी से 24 मार्च तक चलेगा। इसमें 550 विद्यार्थी भाग लेंगे। सभी जिलों को चार बैच में विभाजित किया गया है। 28 से चार मार्च तक के कैंप में पानीपत के अलावा सोनीपत, रोहतक व झज्जर के भी विद्यार्थी भाग लेंगे। एपीसी राजेंद्र मलिक ने बताया कि कैंप में पहले जा चुके विद्यार्थी भाग नहीं लेंगे। सभी के अभिभावकों से सहमति पत्र लिया गया है।

यह बेहतरीन प्रयास है

समग्र शिक्षा अभियान के सहायक जिला परियोजना समन्वयक राजेंद्र मलिक ने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए यह बेहतरीन प्रयास है। कैंप को लेकर जिले के 22 विद्यार्थियों का विभिन्न कैटेगरी में चयन किया गया है। कैंप को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रविवार को जीटी रोड स्थित राजकीय माडल संस्कृति सीसे स्कूल लाल बत्ती से विद्यार्थियों को बस में कैंप के लिए ले जाया जाएगा। बस सुबह आठ बजे मल्लाह के लिए रवाना होगी। इसको लेकर चयनित विद्यार्थियों के अभिभावकों को अवगत करा दिया गया है।

इन वस्तुओं का ले जाना आवश्यक

कैंप में प्रत्येक जिले से एक प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, मशाल, टॉयलेटरी आइटम, टिशू पेपर और डिजिटल कैमरा, चश्मे के साथ एक पानी का कैंपर आदि वस्तुओं को यात्रा के दौरान शिक्षकों द्वारा ले जाना सबसे आवश्यक है। एपीसी ने बताया कि कैंप के दौरान बच्चे पहाड़ों में प्रकृति का नजदीक से आनंद ले सकेंगे। इससे उनका मानसिक व सर्वांगीण विकास होगा।


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