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आयुष्मान भारत के तीन साल में मात्र 32 फीसद के बने गोल्डन कार्ड

आयुष्मान भारत योजना की धीमी गति सरकारस्वास्थ्य विभाग के लिए चिता का विषय है। अभी तक मात्र 32.17 फीसद लाभार्थियों के ही गोल्डन कार्ड बने हैं। उधर योजना के तीन साल पूरे होने पर 15 से 30 सितंबर तक विशेष पखवाड़ा मनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 07:31 AM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 07:31 AM (IST)
आयुष्मान भारत के तीन साल में मात्र 32 फीसद के बने गोल्डन कार्ड
आयुष्मान भारत के तीन साल में मात्र 32 फीसद के बने गोल्डन कार्ड

जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की धीमी गति सरकार,स्वास्थ्य विभाग के लिए चिता का विषय है। अभी तक मात्र 32.17 फीसद लाभार्थियों के ही गोल्डन कार्ड बने हैं। उधर, योजना के तीन साल पूरे होने पर 15 से 30 सितंबर तक विशेष पखवाड़ा मनाया जाएगा। आयुष्मान आपके द्वार ड्राइव चलेगा।

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योजना के जिला नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि पानीपत में 75 हजार 368 परिवारों के 3.71 लाख 879 सदस्य लाभार्थी हैं। अभी तक 1.19 लाख 474 (32.12 फीसद) पात्र ही गोल्डन कार्ड बनवा सके हैं। करीब 20 हजार परिवारों को तलाशा नहीं जा सका है। अब 15 से 30 सितंबर तक मनाए जाने वाले विशेष पखवाड़े में आयुष्मान आपके द्वार ड्राइव के जरिए पात्रों के घर दस्तक देकर उनके गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे। कई तरह के जागरूकता कार्यक्रम होंगे। 22 से 25 सितंबर तक आरोग्य मंथन 3.0 होगा। इसमें फिजिकल या वर्चुअल बैठकों में अब तक के कार्य की समीक्षा होगी।

तकनीकी या गोल्डन कार्ड बनाने में आ रही दिक्कतों पर मंथन होगा। 23 सितंबर को आयुष्मान भारत दिवस मनाया जाएगा। जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पैनल में शामिल निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि, आयुष्मान मित्रों की भागीदारी रहेगी। नई कैटेगरी जुड़ने की उम्मीद

आयुष्मान भारत के तीन साल पूरे होने पर केंद्र व राज्य सरकार नई कैटेगरी जुड़ने की उम्मीद है। इसमें केंद्र-राज्य के बीपीएल परिवार, गरीबी रेखा से नीचे के परिवार आशा-आंगनबाड़ी वर्कर्स, मान्यता प्राप्त पत्रकार, लघु किसान, नंबरदार जोड़े जा सकते हैं। 6488 नए नाम जुड़े

वर्ष-2011 में हुई सामाजिक-आर्थिक गणना के आधार पर योजना में परिवारों को जोड़ा गया था। पात्र सदस्यों में 6488 नाम और जुड़ गए हैं। योजना लागू होने के बाद पात्र सदस्यों की पत्नियां व उनसे जन्मे बच्चे शामिल हैं।


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