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अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पवित्र ग्रंथ गीता पूजन के साथ मुख्य कार्यक्रमों का शंखनाद, राज्यपाल पहुंचे

Gita Jayanti Mahotsav 2021 अंतरराष्‍ट्रीय गीता महोत्‍सव के मुख्‍य कार्यक्रमों का आगाज हो गया है। पवित्र ग्रंथ गीता पूजन के साथ कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है। हरियाणा के राज्‍यपाल बंडारु दत्तात्रेय कुरुक्षेत्र गीता जयंती महोत्‍सव में पहुंच गए हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 11:20 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 11:20 AM (IST)
गीता जयंती महोत्‍सव में पहुंचे हरियाणा के राज्‍यपाल।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 (आइजीएम) के मुख्य कार्यक्रमों का शानदार आगाज वीरवार को गीता पूजा और यज्ञ के साथ हुआ। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, त्रिदंडी चिन्ना मन्नारायणा रामानुज जीयर स्वामी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश, पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल, खेल मंत्री संदीप ङ्क्षसह, सांसद नायब ङ्क्षसह सैनी, विधायक सुभाष सुधा ने ब्रह्मसरोवर के पवित्र जल का आचमन कर गीता का पूजन किया। इसी के साथ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार शुरू हुआ। सेमिनार का शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किया। कुवि के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संदेश भी सेमिनार में पढ़ा।

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राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, त्रिदंडी चिन्ना मन्नारायणा रामानुज जीयर स्वामी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश सहित अतिथियों ने गीता पूजन के बाद वेद पाठशाला के विद्यार्थियों व विद्वानों ने श्लोकोच्चारण के बीच गीता यज्ञ में पूर्णाहुति डाली। उन्होंने सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी, 48 कोस प्रदर्शनी, विश्व गुरु भारत प्रदर्शनी का अवलोकन किया और हरियाणा की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन किए।

सीडीएस ने शिमला दौरे में विजन किया था स्पष्ट

राज्यपाल ने सीडीएस जरनल बिपिन रावत व अन्य जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शिमला में जरनल बिपिन रावत से मुलाकात हुई थी। मुलाकात में जरनल बिपिन रावत ने स्पष्ट कहा था कि भारत का सशस्त्र बल तकनीकी रूप से बहुत आगे निकल चुका है और किसी देश का दुस्साहस नहीं कि भारत की तरफ देख भी सके। यह संकल्प जरनल रावत ने हिमाचल दौरे के दौरान उनके समक्ष रखा था। परमपिता परमात्मा जनरल रावत और सभी जवानों की आत्मा को शांति प्रदान करें।

अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार में गीता को अपनाने का दिया संदेश

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवद गीता सदन में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव वीरवार से शुरू हुआ। मुख्यातिथि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और गुजराज के राज्यपाल आचार्य देवव्रत रहे। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि श्रीमद्भगवद गीता के बताए रास्ते पर चलकर ही भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना जल्द पूरा किया जा सकता है। गीता में कर्म का संदेश दिया गया है। इसी कर्म की ताकत से भारत आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ विश्व को नई राह दिखा सकता है। यह ग्रंथ किसी जाति या धर्म का नहीं है, बल्कि हर वर्ग और हर व्यक्ति के लिए है। यह हरियाणा का सौभाग्य है कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर ही 5158 वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए।

गीता को जीवन में आत्मसात करने से ही मिलेगा फायदा : आचार्य देवव्रत

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि गीता को केवल मात्र पढऩे से नहीं इसे अपने जीवन में आत्मसात करने से ही फायदा मिलेगा। गीता में ही सभी समस्याओं का समाधान है।

गीता के ज्ञान का प्रकाश विश्व भर में फैलाने के लिए काम करना जरूरी : स्वामी ज्ञानानंद

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गीता के ज्ञान का प्रकाश विश्व भर में फैलाने के लिए काम करना जरूरी है। इस तरह की संगोष्ठियों से नई पीढ़ी तक भारत की गौरवशाली प्राचीन संस्कृति की जानकारी पहुंचती है।

स्वतंत्रता संग्राम में है गीता का महत्व : इंद्रेश

आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश ने स्वतंत्रता संग्राम में गीता के महत्व के बारे में जानकारी दी। तीन दिवसीय संगोष्ठी में दूसरे दिन आनलाइन तकनीकी सत्र आयोजित किया जाएगा।


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