आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं तो जंतर-मंतर पर धरना
जागरण संवाददाता, पानीपत : छाजपुर खुर्द के हरि की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने
जागरण संवाददाता, पानीपत : छाजपुर खुर्द के हरि की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से खफा पीड़ित परिवार के सदस्य और ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाकर सोमवार को लघु सचिवालय में पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। समझाने आए डीएसपी मुख्यालय जगदीप दूहन को भी उन्होंने लौटा दिया और चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह के भीतर आरोपी गिरफ्तार नहीं किए गए तो वे दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देंगे। पीएम से भी मिलेंगे। बाद में परिजन समालखा के विधायक रविंद्र मच्छरौली से उनके मच्छरौली स्थित फीड मिल पर भी पहुंचे, लेकिन वे नहीं मिले।
लघु सचिवालय में छाजपुर खुर्द के लोग पहुंचे और उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारे लगाए। डीएसपी जगदीप दूहन से वे उलझ गए और सवाल करने लगे कि जब वे हरि के शव को नहीं उठाना चाहते थे तब उनको आश्वासन दिया गया था कि हत्या आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। अब पुलिस राजनीतिक दबाव में है और कार्रवाई नहीं कर रही है। डीएसपी दूहन ने कहा कि 15 व्यक्ति मंगलवार को एसपी राजेश दुग्गल से मिले। उनके सामाने ही सारी बात रखें।
इस मौके पर सतबीर, विक्रम गोस्वामी, हुकमा, सुभाष शर्मा, सरपंच सोहन लाल व जगदीश ने बताया कि पंचायत जमीन छुड़ाने से खफा गुर्जर समुदाय के लोगों ने हरि की हत्या कर दी थी और भज्जी को घायल कर दिया था। आरोप है कि पुलिस आरोपी संजय, जगदीश, राजेश, तेजपाल और जोनी को गिरफ्तार नहीं कर रही है। पुलिस पैसे खाकर दलील दे रही है कि वे निर्दोष हैं। आरोपी अंकुश और जोगेंद्र को भी छोड़ दिया गया। जोगेंद्र नामक युवक लोगों को भड़काकर गांव में दंगा कराने की फिराक में है। पुलिस उस पर भी कार्रवाई नहीं कर रही है।
यह है मामला
पंचायत ने गांव की 175 एकड़ जमीन से कब्जा छुड़वाया था। आरोप है कि इस वजह से दबंग लोगों ने 12 जून को छाजपुर खुर्द के हरि व उसके चचेरे भाई भज्जी को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। इसके दो दिन बाद हरि की मौत हो गई थी। पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
हथियारों के नहीं बने लाइसेंस
छाजपुर की पंच मनीशा के पति अमरीश ने आरोप लगाया कि गत 13 मई को उस पर सुमित, राजेश और सुनील ने हमला किया था। हरि की मौत के बाद उन्हें आरोपियों से खतरा है। एसपी ने सरपंच सहित 12 लोगों के हथियार के लाइसेंस बनाने को कहा था, लेकिन लाइसेंस नहीं बनाए गए हैं।