स्वच्छता की जंग भी हार गया Panipat, पड़ोसी Karnal Garbage free city
पानीपत स्वच्छता रेटिंग में अपना स्थान नहीं बना पाया। वहीं पड़ोसी जिला करनाल ने रेटिंग में थ्री स्टार प्राप्त किया। उसे कूड़ा मुुुुक्त शहर के लिए थ्री स्टार रेटिंग दी गई।
पानीपत, जेएनएन। ऐतिहासिक शहर पानीपत तीन युद्धों की तरह स्वच्छता की जंग में भी कचरे से हार गया। कूड़ा मुक्त शहरों की मंगलवार को रेटिंग जारी की गई। पानीपत से महज 34 किलोमीटर दूर करनाल शहर को थ्री स्टार का दर्जा मिला, वहीं पानीपत जिला कहीं भी अपनी जगह नहीं बना सका। एक शहर में तो शानदार व्यवस्था की जा सकती है, दूसरे शहर में क्यों नहीं ऐसा हो पाता, यह सवाल जरूर दिनभर उठते रहे।
वैसे बता दें कि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर और मध्यप्रदेश के इंदौर सहित छह शहरों को कूड़ा मुक्त पांच सितारा शहर घोषित किया गया है। हरियाणा में करनाल के बाद रोहतक को रेटिंग मिली है। रोहतक को एक स्टार मिला है। कुल 141 शहरों की रेटिंग हुई है। इनमें छह को पांच सितारा, 65 को तीन सितारा और 70 को एक सितारा मिला है। सर्वे के दौरान 1.19 करोड़ नागरिकों की प्रतिक्रिया, 10 लाख से ज्यादा संग्रहित तस्वीरों का मूल्यांकन किया गया। इसके अलावा मूल्यांकन करने वाले 1210 लोगों ने 5175 ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों का निरीक्षण किया।
अफसरों को जानकारी नहीं
नगर निगम के अफसरों को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। नगर निगम के कमिश्नर ओमप्रकाश ने बताया कि यह काम दूसरे अधिकारी देखते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि अभी इस मामले में अपडेट नहीं हैं। अगले दिन बताया जा सकता है।
गलियों में भरा रहता है पानी
कई कॉलोनियों में अलग-अलग जगहों पर जलभराव की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में कूड़ा का जमावड़ा भी लग जाता है। कई दिनों तक शिकायत के बावजूद समाधान नहीं होता है। मतलौडा में भी कुछ ऐसी ही स्थिति बनी है। नालियों और नालों का गंदा पानी ओवरफ्लो हो रहा है। आर्य स्कूल वाली गली, अग्रवाल धर्मशाला वाली गली सहित विभिन्न जगहों पर जलभराव और गंदगी है। इसके अलावा मंडियों के आसपास कूड़े जमा रहता है। लोगों की शिकायत के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं देते। ऐसेे में कूड़ा मुक्त सिटी की लिस्ट मेें पानीपत कैसे शामिल हो सकता है।