कचरा फिर ड्रेन में, इसी वजह से निकासी ठप
बारिश से शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया है। ड्रेन नंबर एक को साफ करने के बाद निकाले गए कचरे का उठान न होने से दोबारा ड्रेन में बह कर चला गया। इस सीजन में मूसलाधार बारिश होने पर शहर को डूबने से कोई नहीं बचा सकता है। बारिश सीजन शुरू होने से पहले नालियों की सफाई कराई जाती है। नगर निगम का 65-70 सदस्यीय नाला गैंग सफाई व्यवस्था में सक्रिय है। ड्रेन की सफाई का जिम्मा सिचाई विभाग के पास है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : बारिश से शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया है। ड्रेन-1 को साफ करने के बाद निकाले गए कचरे का उठान न होने से दोबारा ड्रेन में बह कर चला गया। इस सीजन में मूसलाधार बारिश होने पर शहर को डूबने से कोई नहीं बचा सकता है।
बारिश सीजन शुरू होने से पहले नालियों की सफाई कराई जाती है। नगर निगम का 65-70 सदस्यीय नाला गैंग सफाई व्यवस्था में सक्रिय है। ड्रेन की सफाई का जिम्मा सिचाई विभाग के पास है। बीते जून व जुलाई महीने के प्रथम सप्ताह में ड्रेन नंबर एक की सफाई हुई थी। पोलीथिन सहित अन्य कचरा ड्रेन से निकाल कर बाहर यूं ही छोड़ दिया गया। काबुली बाग के पास कचरों का पहाड़ बन गया। सफाईकर्मी इसे उठाने को तैयार नहीं हुए। जेबीएम भी इसे गंभीरता से नहीं ली। वीरवार को सुबह से रूक-रूक कर बारिश होने पर रोड के किनारे रखा सारा कचरा बह कर ड्रेन में चला गया। तीन अगस्त को सावन पूर्णिमा के बाद भादो का महीना शुरू होगा। इस महीने में बारिश की झड़ी लगने पर ड्रेन से पानी का बहाव रुकेगा। दो विभागों की खींचतान में शहर नरक बनेगा। आदर्शनगर में लोग परेशान
आदर्शनगर के लोगों के लिए बारिश आफत बन कर आ रही है। कालोनी में सीवरेज सिस्टम विकसित न होने से पानी का बहाव नहीं है। ईदगाह कालोनी की तरफ से बारिश का पानी बह कर इसी कालोनी में चला आता है। आदर्श नगर को डुबोने के बाद वीवर्स कालोनी की तरफ जलभराव की समस्या गहराने लगती है। वीरवार को बूंदाबांदी होने से जलभराव ज्यादा नहीं हुआ। कालोनी के लोगों का कहना है कि दो-चार दिन तक लगातार मूसलाधार बारिश होने से जलभराव की विकट समस्या पैदा होगी।