ट्यूबवेलों से मोटर व स्टार्टर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 45 वारदातों का खुला राज
करनाल में ट्यूबवेलों से मोटर व स्टार्टर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। जिसके साथ ही 45 वारदातों के राज भी खुले हैं। आरोपित बिहार के रहने वाले हैं। जो पिछले 7 महीने से चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल में सीआईए टू की टीम द्वारा ट्यूबवेलों से मोटर, स्टार्टर व केबल तार चोरी करने की वारदातों को अंजाम देने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है, जिसके बाद मधुबन व कुंजपुरा क्षेत्रों में की गई 45 वारदातों का राज खुला है। आरोपित मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं, जो अभी करनाल की विकास कालोनी में रह रहे हैं। इनमें पिता-पुत्र व एक आरोपित का दामाद भी शामिल है।
सीआइए इंचार्ज मोहन लाल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि एक टीम द्वारा 16 जून देर रात को पासीपुर जिला आजमगढ़, उत्तर प्रदेश व फिलहाल विकास कालोनी में किराए पर रह रहे आरोपित नंदलाल व बुडेपुरा जिला बेगुसराय बिहार वासी एवं फिलहाल उक्त कालोनी में ही किराए पर रहने वाले आरोपित अजय विकास कालोनी को कुंजपुरा एरिया से मोटर चोरी करते हुए गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उन्हें रिमांड पर लिया गया।
सात महीने से कर रहे थे चोरी
सीआइए इंचार्ज के मुताबिक आरोपितों ने अपने दो अन्य साथियों व जिस कबाड़ी को चोरी का सामान बेचते थे उनके बारे में रहस्योद्वाटन किया। जिसके बाद टीम ने आरोपित अमरेश साहनी वासी विक्रमपुर जिला बेगुसराय, बिहार हाल विकास कालोनी, सुरेंद्र साहनी वासी बुडेपुरा जिला बेगुसराय बिहार हाल किराएदार विकास कालोनी करनाल व (कबाड़ी) सहजाद वासी विकास नगर को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद गिरफ्तार आरोपितों को रिमांड पर लिया गया तो पता चला कि आरोपित पिछले करीब सात महीने से ट्यूबवेलों से मोटर व अन्य सामान चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं।
आरोपित अजय आरोपित सुरेंद्र का बेटा है। आरोपित अमरेश आरोपित सुरेंद्र का दामाद है और आरोपित नंदलाल पडोसी है। सभी आरोपित बडे ही शातिर तरीके से चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। पहले दिन के समय एक बाइक पर सवार होकर थाना कुंजपुरा व मधुबन के एरिया में ट्यूबवेलों की रैकी करते थे और रात के समय दो से चार बजे के दौरान एक मोटरसाईकिल वाली रिक्शा लेकर रैकी वाली जगहों पर पंहुच जाते थे। चोरी करने के लिए अपने पास एक टूल किट भी रखते थे।
कबाड़ी को बेच देते थे पार्ट्स
टूल में मौजूद औजारों की मदद से तीन से चार ट्यूबवेल की मोटर, स्टार्टर व केबल तारों को चोरी करके रिक्शा में लादकर अपने घर पर ले जाते थे। घर पर ले जाने के बाद मोटर व स्टार्टर को खोलकर सभी हिस्सों को अलग-अलग कर लेते थे और दिन के समय कबाड़ी सहजाद को सस्ते दाम पर बेच देते थे। जिस रात को आरोपित रिक्शा की वजाय मोटरसाईकिल लेकर जाते थे तो उस रात मोटर को मौके पर ही खोलकर तांबा तार निकालकर फरार हो जाते थे।
ज्यादा पैसा कमाने व नशा पूरा करने के लिए करते थे वारदात
सीआइए इंस्पेक्टर के मुताबिक आरोपितों ने कुंजपुरा व मधुबन के एरिया से ट्यूबवेलों से मोटर, स्टार्टर व केबल तार चोरी की 45 वारदातों को अंजाम दिया था। आरोपित रात के समय चोरी करते हैं और दिन में चोरीशुदा सामान को कबाडी उपरोक्त को बेचने का काम करते हैं। आरोपितों ने बताया कि जल्दी ज्यादा पैसा कमाने व नशा करने के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। आरोपितों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल एक मोटरसाईकिल, एक मोटरसाईकिल वाली रिक्शा, एक टूल/औजार किट, चोरीशुदा मोटरों की तारें व मोटरों का लोहा, चोरीशुदा स्टार्टर व बिजली की तारें बरामद की गई। बरामद सामान की कीमत करीब एक लाख रुपये आंकी गई है। सभी आरोपितों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।