दुबई में लगवा देगा नौकरी, झांसे में आकर तीन ट्रैक्टर बेच दे दिए 23 लाख, ठगे गए
नौकरी के नाम पर पानीपत में ठगी हुई। आरोपितों ने दुबई में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की। पीडि़त ने एसपी की जानमाल की सुरक्षा की फरियाद की है।
पानीपत, जेएनएन। गांधी कॉलोनी की शीला पत्नी प्रताप सिंह ने आट्टा वासी प्रदीप और कुलदीप सहित जौरासी के देवेंद्र पर दुबई में नौकरी लगाने के नाम पर 15.70 लाख ठगने, बेटे को दुबई ले जाकर दोबारा 7.50 लाख ऐंठने सहित दुकान का लाइसेंस उसके नाम करवा 21 लाख रुपये टैक्स के तले देने का आरोप लगाया है। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शीला ने कहा कि आरोपितों ने उसके लड़के अजय को दुबई में सेङ्क्षटग होने की बात कही। नौकरी लगाने के लिए पैसों की मांग की। उसके स्वजनों ने तीन ट्रैक्टर बेचकर 15.70 लाख रुपये नकद आरोपितों को दिए। आरोपित अप्रैल 2017 में उसके बेटे अजय को दुबई ले गए, लेकिन नौकरी नहीं दिलाई। उल्टे केस में फंसाने का डर दिखाया। 7.50 लाख रुपये और हड़प लिये। पासपोर्ट भी छीन लिया। किसी दुकान का लाइसेंस अजय के नाम करवाया, लेकिन उसका टैक्स नहीं भरा। जिसके 21 लाख रुपये टैक्स उसके बेटे के नाम पर हैं। पीडि़त ने आरोपितों पर टैक्स सहित कुल 44.20 लाख रुपये ठगने के आरोप लगाया है।
जानमाल की सुरक्षा की फरियाद
पीडि़त ने अपनी शिकायत आरोपितों पर समालखा के संदीप और पानीपत के सोनू के साथ भी धोखाधड़ी करने की बात कही है। आरोपितों पर हथियार सहित थाने के बाहर धमकी देने का आरोप लगाया है। उनके डर से घर में कैद रहने की बात कही है। पुलिस पर उल्टे समझौता के लिए कहने और कार्रवाई के लिए तैयार रहने की धमकी का आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक से सीआईए से मामले की जांच कराने की मांग की है।
एक सप्ताह में ठगी की तीसरी वारदात
एक सप्ताह में ठगी की यह तीसरी वारदात है। न्यू दुर्गा कालोनी के प्रशांत सहित सोनीपत और पानीपत के 8 युवाओं से ठगी के आरोपी मथुरा के गोपाल कृष्ण को पुलिस जेल भेज चुकी है। बुधवार को भी पुलिस ने रोशन वासी किवाना की शिकायत पर दंपति राजीव उर्फ बंटी व उसकी पत्नी सीमा के खिलाफ विदेश भेजने के नाम पर 14 लाख की ठगी का मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें अभीतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
धमकी देने का आरोप गलत : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी संदीप ङ्क्षसह ने कहा कि थाने के बाहर हथियार के बल पर धमकी देने का आरोप प्राथमिक तौर पर गलत लगता है। अन्य आरोपों की जांच की जा रही है।