पानीपत में 12 साल की नाबालिग का चार नकाबपोश युवकों ने कार में किया अपहरण, मचा हड़कंप
पानीपत के समालखा में घर के बाहर खेल रही 12 साल की नाबालिग का चार नकाबपोश बदमाशों ने कार से अपहरण कर लिया। कार में होश आने पर बच्ची ने हंगामा शुरू कर दिया। शोर के डर की वजह से बदमाश उसे छोड़कर फरार हो गए।
पानीपत, जेएनएन। मनाना गांव में कार सवार युवकों ने घर के बाहर खेल रही चौथी कक्षा की छात्रा का अपहरण कर लिया। मुंह पर स्प्रे करने से वह बेसुध हो गई। नरायणा रेलवे फाटक के पास होश आने पर वह कार के अंदर हंगामा करने लगी। अपहरण करने वाले युवक फाटक के नजदीक उसे उतारकर भाग गए। गांव के हलवाई मुकेश ने 7.30 बजे पिता को बेटी के मिलने की सूचना दी। एक घंटे तक स्वजन उसकी तलाश करते रहे। वारदात के 24 घंटे बाद भी छात्रा सहमी है। स्वजनों से कम बातें कर रही है। पुलिस ने पिता कृष्ण की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पिता ने बताया कि उसका फिरनी के पास मकान है। उसकी 12 वर्षीय बेटी मंगलवार शाम 6.30 बजे पड़ोसियों के बच्चों के साथ गली में खेल रही थी। वह राजकीय स्कूल में चौथी की छात्रा है। साथियों के घर चले जाने से वह वारदात के समय अकेली थी। कार सवार चार युवकों ने मुंह पर स्प्रे कर उसे कार में घसीट लिया। करीब दो किमी दूर समालखा के नरायणा रेलवे फाटक के पास पहुंचने पर उसे होश आया। वह खिड़की में हाथ मारने और चिल्लाने लगी। पकड़े जाने के डर से आरोपितों ने उसे वहीं उतार दिया। सभी फरार हो गए। किशोरी को रोने और पता बताने पर किसी ने उसे पास के उसके गांव के हलवाई मुकेश के पास छोड़ दिया।
छात्रा को पिता का मोबाइल नंबर था याद
पिता ने बताया कि उसकी बेटी को उसका मोबाइल नंबर याद था। उसने मुकेश को उसका नंबर बताया तो उसने तुरंत उससे संपर्क किया। दिहाड़ी-मजदूरी छोड़कर वह समालखा स्थित हलवाई की दुकान पर आया और बेटी को ले गया। उसने बताया कि 24 घंटे बाद भी छात्रा सदमे में है। पहले जैसे हंसती और बोलती नहीं है। जांच अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि किशोरी डरी है। काले कपड़े पहने और मुंह ढके चार युवकों द्वारा काले रंग की कार में ले जाने की बात कह रही है। उसके ठीक होने पर उससे बात की जाएगी।