नॉन मेडिकल नहीं पढ़नी थी, सुसाइड करने भागा, पुलिस ने ऐसे बचाया
सुसाइड नोट लिख घर छोड़ कर भागा छात्र। अंबाला में पकड़ा। पुलिस ने मोबाइल फोन ट्रेस कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह नॉन मेडिकल नहीं पढ़ना चाहता पर घरवाले दबाव बना रहे थे।
पानीपत, जेएनएन। आपको थ्री इडियट्स मूवी याद होगी। इस फिल्म में एक छात्र सुसाइड कर लेता है, क्योंकि उस पर इंजीनियरिंग करने का दबाव होता है, जबकि वह गायक बनना चाहता है। वैसी ही कहानी असल जिंदगी में भी दोहराई जा रही थी। एक छात्र नॉन मेडिकल नहीं पढ़ना चाहता था लेकिन परिवार का दबाव उस पर बढ़ता ही गया। इस वजह से वह सुसाइड नोट लिखकर घर से फरार हो गया। कैसे उसे बचाया, पढ़ें ये खबर।
12वीं कक्षा का छात्र शाम के समय घर से निकला था। रात होने पर जब छात्र घर नहीं आया तो परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं लगा। परिजनों को घर से एक सुसाइड नोट लिखा मिला, जिसे लेकर रात नौ बजे वे लेकर सिटी थाना पहुंचे। हालांकि सुसाइड नोट में लिखा था कि वह अपनी मर्जी से खुदकशी करने जा रहा है और इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जाए। पुलिस ने रात को ही छात्र को तलाश करने के लिए दो टीमें बनाई। कई जगहों पर पुलिस की टीम गई और पूछताछ भी की।
फोन ट्रेस पर लगाया
रात को ही पुलिस ने छात्र का मोबाइल फोन ट्रेस पर लगा दिया था। सुबह करीब दो बजे पुलिस ने छात्र को अंबाला रेलवे स्टेशन से पकड़ा। पुलिस रात को ही अपने साथ छात्र को कैथल लेकर आई और परिजनों के हवाले कर दिया। पुलिस के कारण ही छात्र की जान बच पाई है। पुलिस के पकड़े जाने के बाद पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसने 12वीं में नॉन मेडिकल ली हुई है। परिवार वाले जबरदस्ती इसकी पढ़ाई करवाना चाहते हैं जबकि वह नॉन मेडिकल छोडऩा चाहता था। कई बार परिवार के लोगों को बोला लेकिन उसकी कोई नहीं सुन रहा था। परेशान होकर उसने आत्महत्या करने का फैसला लिया था। अगर पुलिस दो से तीन घंटे और नहीं आती तो वह आत्महत्या कर लेता।
पुलिस ने दो टीमें बनाईं
सिटी थाना प्रभारी मंदीप सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार रात नौ बजे उनके पास छात्र के परिजन आए थे। परिजनों ने कहा कि उनका बेटा सुसाइड नोट लिखकर घर से चला गया। पुलिस ने रात को ही दो टीमें बनाई। मोबाइल लोकेशन की सहायता से छात्र को अंबाला रेलवे स्टेशन से पकड़ा व परिजनों को सौंप दिया गया।