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पांच गांवों में आग ने मचाया तांडव, 200 एकड़ फसल खाक

चिलचिलाती धूप और पछुआ हवाओं के झोंके के बीच शनिवार को कस्बे के पांच गांवों में आग ने जमकर तांडव मचाया। कवि गांव में खेतों से उठी आग की लपटों ने देखते ही देखते चार अन्य गांवों खंडरा थिराना और ऊंटला को भी अपनी चपेट में ले लिया। हजारों एकड़ जमीन काली हो गई। इसके साथ ही किसानों की मेहनत भी राख हो गई। करीब 200 एकड़ गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा। 800 एकड़ फांस जल गई। 15 एकड़ खरबूजे की फसल और पोल्ट्री फार्म में 1000 मुर्गे आग की भेंट चढ़ गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Apr 2019 08:31 AM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2019 08:31 AM (IST)
पांच गांवों में आग ने मचाया तांडव, 200 एकड़ फसल खाक
पांच गांवों में आग ने मचाया तांडव, 200 एकड़ फसल खाक

सुनील मराठा, थर्मल : चिलचिलाती धूप और पछुआ हवाओं के झोंके के बीच शनिवार को कस्बे के पांच गांवों में आग ने जमकर तांडव मचाया। कवि गांव में खेतों से उठी आग की लपटों ने देखते ही देखते चार अन्य गांवों खंडरा, थिराना और ऊंटला को भी अपनी चपेट में ले लिया। हजारों एकड़ जमीन काली हो गई। इसके साथ ही किसानों की मेहनत भी राख हो गई। करीब 200 एकड़ गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा। 800 एकड़ फांस जल गई। 15 एकड़ खरबूजे की फसल और पोल्ट्री फार्म में 1000 मुर्गे आग की भेंट चढ़ गए। वहीं, इतने बड़े हादसे के बावजूद राहत कार्य के लिए दमकल विभाग की सिर्फ चार गाड़ियां ही मौके पर पहुंचीं। आग बुझाने में प्रशासन की नाकामी पर किसानों ने रोष भी जताया। तीसरे पहर 3:40 बजे थिराना व ऊंटला के खेतों में बमुश्किल आग पर काबू पाया गया।

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भट्ठा मजदूरों में हड़कंप

शेरा गांव में ईट भट्ठे को आग की लपटों ने चारों ओर से घेर लिया। ग्रामीणों व राहगीरों ने दौड़कर कड़ी मशक्कत के साथ भट्ठा मजदूरों व उनके बच्चों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला। भय से गांव किया खाली

भय के मारे ग्रामीणों ने गांव खाली कर दिया। थिराना की ओर बढ़ रही आग को देखकर ग्रामीणों ने भय से गांव खाली कर दिया। बच्चों को बाहर निकाला गया। महिलाएं और पुरुष पानी की बाल्टियां लेकर आग बुझाने में जुट गए। आग बुझाते समय एक 14 साल की किशोरी कोमल धुएं की चपेट में आने से बेहोश हो गई।

रिफाइनरी की दमकल की गाड़ियां बनीं मददगार

पानीपत रिफाइनरी में तैनात सीआइएसएफ के सब इंस्पेक्टर मंगललोम नेसिल भी पानीपत रिफाइनरी की ओर से अपनी टीम के साथ दमकल की 2 गाड़ियां लेकर मौके पर पहुंचे। रिफाइनरी की दमकल गाड़ियां आग बुझाने में काफी मददगार साबित हुई। पानीपत-जींद रेलवे ट्रैक बना वरदान

थिराना व ऊंटला के खेतों के पास से जींद-पानीपत रेलवे लाइन गुजरती है। यहां पर किसानों ने रेलवे ट्रैक के पास से ट्रैक्टरों की मदद से खेतों को जोतना शुरू कर दिया। आग रेलवे पटरी को क्रॉस नहीं कर सकी। 17 एकड़ गेहूं की कटी फसल राख

संवाद सूत्र, बापौली : मिर्जापुर गांव में शनिवार को 15 एकड़ में कटी गेहूं की फसल राख हो गई। आग की सूचना मिलते ही गांव में भगदड़ मच गई। ग्रामीण आग बुझाने दौड़ पड़े। ट्रैक्टर हैरो लेकर मौके पर पहुंचे। हवा के तेज झोंके से आग भड़क गई और उत्तर प्रदेश के किसानों की फसल को अपनी चपेट में ले लिया। फायर बिग्रेड पानीपत केन्द्र को टेलीफोन पर सूचित किया गया। सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद एक गाड़ी मौके पर पहुंची। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया । साहब सिंह के 8 एकड़, विनोद गिरी के तीन व इलम सिंह के चार एकड़ में गेंहू की फसल जल का राख हो गई। डाहर गांव में पांच एकड़ फसल जली

संस, इसराना : डाहर गांव में शनिवार को दोपहर में आग से पांच एकड़ में लगी गेहूं की फसल जल गई। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका। किसानों ने दो-तीन घंटे के बाद आग पर काबू पाया। किसान रामचंद्र की दो एकड़ और बृजेंद्र, मनोज व सुरेश की एक-एक एकड़ फसल जल गई।


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