Bharat Bandh: यमुनानगर में किसानों ने छह घंटे तक रेलवे ट्रैक पर दिया धरना, दो जगह लगा जाम
यमुनानगर में किसानों ने छह घंटे महरमपुर गांव के पास रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। दो जगहों पर जाम लगाया। हालांकि भारत बंद का खास असर नहीं दिखा। गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा भाजपा नेताओं को नहीं घुसने देंगे गांवों में।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। कृषि विधेयक के विरोध में बुलाए गए भारत बंद का जिला में कोई असर नहीं दिखा। भारतीय किसान यूनियन (गुरनाम सिंह चढूनी ग्रुप) ने महरमपुर गांव के पास बाइपास के नीचे रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। किसान रेलवे ट्रैक पर तिरपाल बिछा कर बैठ गए। एक किसान ने तो अपनी बाइक को ही रेलवे ट्रैक के बीच में खड़ा कर दिया।
इस तरह रेलवे ट्रैक सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक बाधित रहा। दोपहर बाद भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी भी धरना स्थल पर पहुंचे। इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के रतनमान ग्रुप ने रादौर में प्रदर्शन करते हुए कुरुक्षेत्र मार्ग पर जाम लगाया। वहीं किसानों ने पाबनी गांव के अड्डे पर भी साढौरा मार्ग पर व बिलासपुर अनाज मंडी के सामने जाम लगाया। किसानों के धरने व जाम के चलते जिला में छह घंटे तक रोडवेज सेवा भी प्रभावित रही।
भाजपा नेता गांवों में घुस कर दिखाए : चढूनी
प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी आधा घंटा तक धरनास्थल पर रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जो कृषि विधेयक लाई है इससे किसान और मंडी दोनों खत्म हो जाएंगे। अभी तो ये एमएसपी पर फसल खरीद रहे हैं। लेकिन धीरे-धीरे एमएसपी को खत्म कर देंगे। क्योंकि कृषि विधेयक मे एमएसपी का कोई जिक्र नहीं है। देशभर में इस विधेयक के विरोध में किसानों ने धरना दिया। इसके लिए किसान बधाई के पात्र हैं। भाजपा नेता कह रहे हैं कि उन्होंने किसानों के धरने की हवा निकाल दी है। यदि ऐसा है तो भाजपा नेता अब किसी भी गांव में घुस कर दिखाएं। फिर देखना किसान उनकी हवा कैसे निकालते हैं। यदि किसी भाजपा नेता ने जबरन गांव में घुसने की कोशिश की तो उसके जिम्मेदार वे खुद होंगे।
छह घंटे बंद रही रोडवेज बसें
किसानों के धरने के धरने व जाम के चलते रोडवेज सर्विस भी छह घंटे के लिए बंद रही। सुबह साढ़े 10 बजे से पहले तो लगभग सभी रूटों के लिए बस चली। परंतु इसके बाद बसों को बंद कर दिया गया। यमुनानगर बस स्टैंड प्रबंधक अमर सिंह बकाना ने बताया कि सहारनपुर, दिल्ली बार्डर, चंडीगढ़, पंचकूला, हिसार, नारायणगढ़, कलेसर, ताजेवाला व गढ़ी बीरबल के लिए साढ़े 10 बजे से शाम चार बजे तक बसें बंद रही। रोजाना करीब 100 बसें विभिन्न रूटों पर चलती हैं। सुबह तो बस स्टैंड पर चहल पहल दिखी लेकिन इसके बाद सन्नाटा पसर गया। बसें बंद रहने से यात्री परेशान रहे।
रोजाना की तरह खुले रहे बाजार
भारत बंद जिला में बेअसर रहा। रोजाना की तरह शहर ग्रामीण क्षेत्र में बाजार खुले रहे। बाजारों में खूब चहल पहल रही। लोगों ने जमकर खरीदारी की। रादौर के गांव खेड़ी लक्खा सिंह में दुकानदारों ने जरूर दोपहर तक बाजार को बंद रखा।