यमुनानगर में सिगरेट पीते समय सैनिटाइजर दूसरी कैन में डाल रहे थे नेत्र रोग विशेषज्ञ, आग लगने से मौत
यमुनानगर में दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. विनीश दुआ की जलने से मौत हो गई। सैनिटाइजर को दूसरे केन में खाली करते समय सिगरेट पी रहे थे। सैनिटाइजर में आग लग गई। झुलसने से उनकी मौत हो गई।
यमुनानगर, जेएनएन। गांधी नगर थाना क्षेत्र की सरोजनी कालोनी में नेत्र रोग विशेषज्ञ 50 वर्षीय डा. विनीश दुआ की आग लगने से मौत हो गई। वह सैनिटाइजर को दूसरी कैन में डाल रहे थे। इस दौरान सिगरेट भी सुलगा रखी थी। जिसकी वजह से आग लगी और वह चपेट में आ गए। बुरी तरह से झुलसे डा. विनीश दुआ को गाबा अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां शुक्रवार की तड़के करीब तीन बजे उनकी मौत हुई।
सरोजनी कालोनी में उनका दुआ आइ केयर सेंटर के नाम से अस्पताल है। मृतक के पिता डा. राजकुमार दुआ ने बताया कि उनका बेटा विनिश भी उनके साथ प्रेक्टिस करता था। छोटा बेटा विकास कुरुक्षेत्र में डेंटल सर्जन है। विनिश वीरवार की देर रात सैनिटाइजर को बड़ी कैन से छोटी कैन में उलट रहा था। कुछ सैनिटाइजर उसके कपड़ों पर भी गिर गया। इस दौरान वह सिगरेट पी रहा था। जिसकी वजह से आग लग गई। चीख सुनकर वह मौके पर पहुंचे और किसी तरह से आग बुझाई। विनीश काफी झुलस चुके थे। उन्हें तुरंत अस्पताल में दाखिल कराया।
रात भर लड़ते रहे जिंदगी की जंग
गांधीनगर थाना प्रभारी जसबीर सिंह ने बताया कि रात को गाबा अस्पताल से सूचना मिली थी। उस समय डा. विनित का इलाज चल रहा था। तड़के उनकी मौत की सूचना मिली थी। मामले में 174 की कार्रवाई की गई है। जांच में सामने आया कि रात को वह सिगरेट पी रहे थे। इसी दौरान सैनिटाइजर को कैन में डालते समय यह हादसा हुआ। वह करीब 50 फीसद तक झुलस गए थे।
आइएमए ने जताया शोक
इस घटना पर आइएमए ने भी गहरा दुख जताया है। सचिव डा. आर मसीह का कहना है कि डाक्टर की कमी पूरी नहीं हो सकती। वह व्यवहार कुशल थे। हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते थे। डाक्टरों के मुताबिक, अब कोरोना महामारी में लगभग हर घर में सैनिटाइजर है। सैनिटाइजर में 70 फीसद से अधिक एल्कोहल होता है। इसलिए आग लगने की संभावना अधिक रहती है। सैनिटाइजर का प्रयोग करने में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। सैनिटाइजर लगाकर रसोई में जाने से बचना चाहिए। ज्वलनशील पदार्थ से सैनिटाइजर को दूर रखना चाहिए। आमतौर पर लोग इसमें लापरवाही बरतते हैं।