मरणोपरांत भी मोहन के नयन देखेंगे संसार
सेक्टर 11, न्यू हाउ¨सग बोर्ड कालोनी निवासी अस्सी वर्षीय मोहनलाल शर्मा का निधन हो गया। उनके बेटे ने उनकी आंखें की दान।
जागरण संवाददाता, पानीपत
सेक्टर 11, न्यू हाउ¨सग बोर्ड कालोनी निवासी अस्सी वर्षीय मोहनलाल शर्मा रविवार को सांसारिक जीवन छोड़कर, प्रभु चरणों में लीन हो गए। उनके पुत्र अभिषेक शर्मा ने मां की सहमति से पिता की दोनों आखें माधव नेत्र बैंक को दान की। इस नेक कार्य में जन सेवा दल के पदाधिकारियों का खास योगदान रहा है।
जन सेवा दल के सदस्यों ने बताया कि मोहन लाल बिजली निगम से सेवानिवृत्त थे। जीवित रहते हुए उन्होंने समाज और परिवार की सेवा करते हुए बच्चों को भी भी बेहतर संस्कार दिए। मृत्यु की सूचना पर जन सेवा दल के कृष्ण मनचंदा और चमन गुलाटी शोक संतप्त परिवार से मिले। उन्हें नेत्रदान के लिए प्रेरित करते हुए समझाया कि आंखों को अग्नि में भेंट करने से मात्र दो चुटकी राख बनेगी। नेत्रदान करोगे तो यह आंखें किसी की रोशनी बनकर, लंबे समय तक दुनिया देख सकेंगी।
इसके उपरांत पुत्र अपने मृतक पिता की आंखें दान करने के लिए रजामंद हो गया।