कंबल व्यवसायी ने दी एक्सपोर्टर को मारने की धमकी
कंबल व्यवसायी हैंडलूम एक्सपोर्टर को मॉडल टाउन स्थित घर में घुसकर धमकी दी कि उसके खिलाफ दर्ज जमीन की धोखाधड़ी का केस वापस ले लो नहीं तो गुंडों से उसे व स्वजनों को गोली मरवा देगा। इससे एक्सपोर्टर व उसके स्वजन दहशत में हैं। एक्सपोर्टर मॉडल टाउन के मदन लाल बठला ने पुलिस को शिकायत दी कि उसने 2
जागरण संवाददाता, पानीपत : कंबल व्यवसायी ने हैंडलूम एक्सपोर्टर को घर में घुसकर धमकी दी कि जमीन की धोखाधड़ी का केस वापस ले, नहीं तो उसे और स्वजनों को गोली मरवा देगा।
एक्सपोर्टर मॉडल टाउन के मदन लाल बठला ने पुलिस को शिकायत दी कि उसने 28 जनवरी को कंबल व्यवसायी मॉडल टाउन की गुरु तेगबहादुर कॉलोनी के राधेश्याम खुंगर, उसकी पत्नी अर्चना खुंगर सहित छह लोगों पर जमीन की धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा रखा है। राधेश्याम उससे रंजिश रखता है। एक फरवरी को सुबह 8:45 बजे राधेश्याम उसके घर आया और 50 मिनट रहकर कहा कि उसके और पत्नी के खिलाफ दर्ज मामला रद करा दे। उसने मना कर दिया। राधेश्याम ने धमकी दी कि उसके पास कई गुंडे है जो कत्ल करने में माहिर हैं।
उसका जीजा मुलाना के मेडिकल कॉलेज में भर्ती था। वह वहां चला गया और चार फरवरी को जीजा की मौत हो गई। इसी वजह से तब शिकायत नहीं दे पाया। आरोपित से उसे जान का खतरा है। मॉडल टाउन थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पहले ये मामला दर्ज है
एक्सपोर्टर मॉडल टाउन के मदन लाल बठला ने पुलिस को शिकायत दी कि 16 मई 2016 को कंबल व्यवसायी
और जेसा राम खुशीराम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक सेक्टर-11 न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के मोहन लाल से 1.20 करोड़ रुपये में फुल पेमेंट एग्रीमेंट पर जमीन खरीदी थी। जमीन में उसके दोस्त विजय जावा, मुकेश, राकेश, राजेंद्र, एमएस सोढ़ी और पंकज का भी हिस्सा था। जमीन के सौदे में नरेंद्र कुमार डोगरा एडवोकेट और मॉडल टाउन के जितेंद्र जुनेजा गवाह हैं। अक्टूबर 2019 को वह कोर्ट में गया था। तभी उसे पता चला कि मोहन लाल ने कंपनी के निदेशक अपनी पत्नी मधुबाला, भाभी लक्ष्मी पत्नी जेसा राम, लक्ष्मी पत्नी पूर्ण लाल और राजरानी पत्नी खुशीराम के साथ मिलकर 14 जून 2017 को व्यवसायी मॉडल टाउन के गुरु तेग बहादुर कॉलोनी के राधेश्याम खुंगर और उनकी पत्नी अर्चना खुंगर को बेच दी है। राधेश्याम और अर्चना को पता था कि जमीन का फुल पेमेंट एग्रीमेंट पहले ही हो चुका है। इसके बावजूद दोनों ने जमीन को आगे लोगों को रजिस्ट्री करवा दी। वे मोहनलाल व राधेश्याम के पास गए और जमीन की रजिस्ट्री करवाने को कहा। दोनों ने रजिस्ट्री नहीं कराई और रुपये भी देने से इन्कार कर दिया।