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संकट से सबक: पानीपत युद्धभूमि से व्यापारियों ने शुरू की कोरोना फाइट से तैयारी

पानीपत में कोरोना से फाइट की तैयारी शुरू हो चुकी है। व्यापारियों से संकट से सबक लेते हुए चीन की निर्भरता को कम करने का निर्णय लिया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sun, 15 Mar 2020 11:29 AM (IST)Updated: Sun, 15 Mar 2020 11:29 AM (IST)
संकट से सबक: पानीपत युद्धभूमि से व्यापारियों ने शुरू की कोरोना फाइट से तैयारी
संकट से सबक: पानीपत युद्धभूमि से व्यापारियों ने शुरू की कोरोना फाइट से तैयारी

पानीपत, [राज सिंह]। पानीपत में कोरोना से फाइट के लिए उद्यमी भी आगे आए हैं। सेक्टर-29, पार्ट-टू के उद्यमी दीनानाथ गुप्ता ने अपनी फैक्ट्री में मास्क के कई प्रकार के सैंपल तैयार किए हैं। उनका दावा है कि ये मास्क एन-95 का विकल्प और रेट में कई गुना सस्ते होंगे। 

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शिवालय हैंड टेक्स के मालिक दीनानाथ गुप्ता ने बताया कि हर काम मुनाफे के लिए नहीं किया जाता। कोरोना वायरस के बाद चीन से कच्चा-पक्का माल आना बंद है। मात्र 80 पैसे का थ्री-लेयर मास्क 15 से 20 रुपये में बिक रहा है। एन-95 मास्क तो बाजार में उपलब्ध ही नहीं है। इसकी सबसे बड़ी वजह चीन पर आत्मनिर्भरता है। संकट को देखने के बाद ही मास्क बनाने का ख्याल आया।

गुप्ता के मुताबिक बाजार में बिक रहा साधारण थ्री-लेयर मास्क स्पन बैंड पीपी फेब्रिक से बनता है। फेब्रिक की मोटाई देखकर लगता है कि एक वर्गमीटर का वजन मात्र 30-35 ग्राम होगा। उन्होंने पोलियस्टर नॉन वूवन का मास्क तैयार किया है। एक वर्गमीटर का वजन लगभग 160 ग्राम होगा। दोनों साइड स्पन बैंड पीपी लेयर लगाई है। 

गुप्ता की मानें तो वर्तमान में मास्क स्टिचिंग कर तैयार किया गया है। एन-95 में वाल्व है, इसमें नहीं होगा। डिमांड आने पर 10 हजार मास्क प्रतिदिन तैयार कर दे सकते हैं। कीमत के सवाल पर कहा कि रेट ठीक से निकाला नहीं है, उम्मीद है कि 10 से 11 रुपये में मास्क थोक विक्रेताओं को दे सकेंगे। 

खरीदनी होंगी अल्ट्रासोनिक वेल्डिंग मशीन

दीनानाथ गुप्ता ने बताया कि सिलाई वाले मास्क में लागत और समय दोनों अधिक लगते हैं। अल्ट्रासोनिक वेल्डिंग मशीन चीन और ताइवान से आती थी, फिलहाल मिल नहीं रही है। तमिलनाडु के कोयंबटूर शहर में डीलर है। उसने बताया कि पहले प्लांट 25-30 लाख तक लग जाता था, अब 50 लाख रुपये चाहिए। 

सब्सिडी भ्रष्टाचार को बढ़ावा

संकट से सीख लेकर सरकार को मास्क, सेनेटाइजर और दवा क्षेत्र में कदम रखने वाले उद्यमियों को प्रोत्साहित करना चाहिए? इस सवाल पर गुप्ता ने कहा कि सब्सिडी भ्रष्टाचार की जननी है। मिलनी चाहिए छोटे उद्योगों को, ले जाते हैं बड़े। सरकार को रिसर्च एंड डेवलपमेंट को बढ़ावा देना चाहिए। 


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